FIFA WC 2018 : अर्जेंटीना और फ्रांस में होगा हाई वोल्टेज मुकाबला

Webdunia
शुक्रवार, 29 जून 2018 (18:32 IST)
कज़ान। विश्व कप के दो पूर्व चैम्पियनों अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच शनिवार को होने वाले राउंड 16 के नॉकऑउट मैच में हाई वोल्टेज मुकाबला होगा और एक बार फिर सभी की निगाहें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फ़ॉरवर्डों में से एक लियोनल मैसी पर टिकी रहेंगी। 1998 के चैंपियन फ्रांस को यदि क्वार्टर फाइनल में जाना है तो उसे मैसी को रोकना होगा, जबकि यदि गत उपविजेता अर्जेंटीना को क्वार्टर फाइनल में जाना है तो उसे उम्मीद करनी होगी कि मैसी अपना जादू दिखाएं।


मैसी ने नाइजीरिया को हराने में बेहतरीन गोल किया था और इस मैच के प्रदर्शन से अर्जेंटीना के लिए उम्मीद बंधी है। नॉकआउट में पहली भिड़ंत फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे होगी। ग्रुप-सी में फ्रांस ने सबसे ज्यादा 7 अंक बनाकर नॉकआउट के लिए क्वालीफाई किया। फ्रांस ने ऑस्ट्रेलिया और पेरू के खिलाफ अपने पहले दोनों मैच जीते, जबकि डेनमार्क के साथ तीसरा मैच 0-0 से ड्रॉ रहा।

अर्जेंटीना ने ग्रुप-डी में 4 अंक हासिल कर नॉकआउट के लिए क्वालीफाई किया। अर्जेंटीना ने नाइजीरिया के खिलाफ 2-1 से एकमात्र मैच जीता, जबकि इससे पहले आइसलैंड के खिलाफ पहला मैच 1-1 से ड्रॉ रहा और दूसरे मैच में क्रोएशिया के खिलाफ उसे 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2006 के विश्व कप में फ्रांस ने उतार-चढ़ाव से गुजरते नॉकऑउट में प्रवेश किया था जहां फिर उसने स्पेन, ब्राजील और पुर्तगाल को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।

अर्जेंटीना 1978 में इटली से ग्रुप चरण में हारा था, लेकिन उसने फिर आगे चलकर विश्व कप जीता था। फ्रांस को इस मुकाबले किलियन एमबापे, ग्रिजमैन, ओस्माने डेम्बले, नबील फेकिर और ओलिवियर गिरोड पर भरोसा रहेगा कि वे किसी भी समय टीम को गोल दिला सकते हैं। फ्रांस इस मुकाबले में अर्जेंटीना के लड़खड़ाते डिफेंस में भी सेंध लगाने की कोशिश करेगा, जिसने तीन मैचों में पांच गोल खाए हैं।

डिफेंसिव मिडफील्डर जेवियर मैस्करेनो अब तक प्रभावशाली नहीं दिखाई दिए हैं जबकि अर्जेंटीना के फुल बैक को एमबापे और डेम्बले की गति के सामने संघर्ष करना पड़ सकता है। फ्रेंच डिफेन्स ने इस टूर्नामेंट में अब तक ओपन प्ले में एक भी गोल नहीं खाया है, लेकिन 31 वर्षीय मैसी की मौजूदगी में उस पर खतरा मंडराता रहेगा। मैसी के बार्सिलोना क्लब साथी सैमुअल उमिति का मानना है कि अर्जेंटीना के मैसी बार्सा के मैसी से पूरी तरह अलग हैं। उमिति ने कहा, मैंने उन्हें रोज देखा है।

उन्हें रोक पाना काफी मुश्किल है। उनका कौशल लाजवाब है और हम उन्हें रोकने की पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन अर्जेंटीना की टीम में वे अकेले स्ट्राइकर नहीं हैं बल्कि उनकी टीम में कई स्ट्राइकर हैं। अर्जेंटीना के मैसी बार्सा के मैसी से पूरी तरह अलग हैं। उनके पास उस तरह के खिलाड़ी नहीं हैं लेकिन मैसी ने कई मौकों पर उन्हें बचाया है। अर्जेंटीना उन्हें लेकर ज्यादा आलोचक है लेकिन वे अकेले सब कुछ नहीं कर सकते हैं।

आंकड़ों की नजर में देखा जाए तो फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच यह 12वीं भिड़ंत होगी। पिछले 11 मुकाबले में दक्षिण अमेरिकी टीम ने फ्रांस को छह बार हराया है और दो बार उसे हार मिली है जबकि तीन मैच ड्रॉ रहे हैं। अगर पेनल्टी शूटआउट को छोड़ दें तो वर्ल्ड कप के पिछले 11 नॉकआउट मुकाबले में फ्रांस को सिर्फ एक मैच में ही हार मिली है। आखिरी बार उसे जर्मनी ने 2014 के विश्वकप में नॉकआउट राउंड में एक गोल से हराया था। अर्जेंटीना के फॉरवर्ड मैसी ने विश्व कप के नॉकआउट राउंड में अभी तक एक भी गोल नहीं किया है।

मैसी ने नॉकआउट में 666 मिनट तक के खेल में एक भी गोल नहीं किया है। फ्रांस के खिलाफ गोल करने वाले वे अर्जेंटीना के आखिरी खिलाड़ी हैं। उन्होंने फरवरी 2009 में दोस्ताना मैच में गोल किया था। 1978 के बाद फ्रांस को किसी दक्षिण अमेरिकी टीम ने विश्व कप में नहीं हराया है। तब भी फ्रांस को अर्जेंटीना से मात मिली थी। पिछले 13 विश्वकप में अर्जेंटीना ने 12 बार नॉकआउट राउंड में प्रवेश किया है।
सिर्फ 2002 में वह नॉकआउट राउंड में नहीं पहुंच पाया था। विश्वकप के पिछले चार नॉकआउट राउंड में अर्जेंटीना ने दो गोल किए और एक गोल खाए हैं। अर्जेंटीना ने विश्व कप में दो बार फ्रांस का सामना किया और दोनों ही बार फ्रांस को हराया है। दोनों ही बार अर्जेंटीना विश्व कप के फाइनल में पहुंचा था। अर्जेंटीना ने 1930 में फ्रांस को 1-0 से हराया था और 1978 में 2-1 से शिकस्त दी थी।

1978 में अर्जेंटीना विश्वकप जीतने में भी सफल रहा। अर्जेंटीना पिछले चार मैचों में एक भी फ्रांस से हारा नहीं है। दोनों देशों के बीच आखिरी प्रतिस्पर्धात्मक मुकाबला 1978 के विश्वकप के ग्रुप चरण में हुआ था। मैसी का यह चौथा वर्ल्ड कप है, लेकिन वे एक बार भी खिताब नहीं जीत पाए हैं और यह संभवतः उनके लिए आखिरी मौका है। अर्जेंटीना दो और फ्रांस एक बार फीफा विश्व कप जीत चुका है। (वार्ता)

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