निजनी नोवगोरोद (रूस)। विश्व कप 2018 में जिन फेवरेट खिलाड़ियों पर दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं, उनमें से एक अर्जेन्टीना के सुपर स्टार लियोनेल मैसी भी हैं, जिनकी ग्रुप 'डी' में आयरलैंड के खिलाफ पेनल्टी न मार पाने से काफी भद हो रही है। गुरुवार 21 जून को जब अर्जेन्टीना की टीम क्रोएशिया से ग्रुप चरण का दूसरा मुकाबला खेलने उतरेगी, तब मैसी की अग्निपरीक्षा होगी।
यूं देखा जाए तो महान फुटबॉलर मैसी का विश्व कप जीतने का सपना पूरा करने के लिए अब बहुत कम समय बचा है, जिस कारण 1986 की विश्व चैम्पियन रही अर्जेन्टीना इस खिलाड़ी पर दबाव बढ़ गया है। मैसी इस रविवार को अपना 31 वां जन्मदिन मनाएंगे, जिससे लगभग यह तय माना जा रहा है वह अपना आखिरी विश्व कप टूर्नामेंट खेल रहे है।
अर्जेन्टीना की टीम जब गुरुवार को क्रोएशिया के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो उसकी सबसे बड़ी चुनौती मैच जीतकर अंतिम 16 में अपनी सीट बुक करने की होगी। मैसी ने अपने क्लब बार्सिलोना के लिए लभगभ सभी खिताब जीते है जिसमें चैम्पियंस लीग के चार खिताब और ला लिगा के नौ खिताब शामिल है। अर्जेंटीना के लिए हालांकि वह कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत सके।
मैसी विश्व कप 2018 में ग्रुप 'डी' के शुरुआती मुकाबले में पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो की तर्ज पर कोई कमाल दिखा नहीं सके थे। टीम को फुटबॉल महासमर में पदार्पण कर रहे आइसलैंड के खिलाफ 1-1 के ड्रॉ से संतोष करना पड़ा। यहां तक कि मैसी पेनल्टी को गोल में नहीं बदल पाए थे।
अर्जेन्टीना के डिफेंडर गैब्रियल मेरकाडो का मानना है कि ‘हमें देखना होगा की आइसलैंड के खिलाफ मैच के बाद क्या सुधार करना होगा, लेकिन हमें उस मैच से आगे बढ़ना होगा।’ मेरकाडो ने कहा, ‘हमे क्रोएशिया के खिलाफ अगले मैच में जीत दर्ज करनी होगी।’
क्रोएशिया ने अपने पहले मुकाबले में नाइजीरिया को 2-0 से शिकस्त दी थी और वह ग्रुप में शीर्ष पर है। यह विश्वास करना मुश्किल है लेकिन अर्जेन्टीना ने फुटबॉल में पिछला बड़ा खिताब 25 साल पहले 1993 में कोपा अमेरिका कप में जीता था।
फीफा विश्व कप की दो बार की विजेता अर्जेन्टीना की टीम पिछले विश्व कप के फाइनल में जर्मनी से एकमात्र गोल से हार गई थी इसके बाद टीम कोपा अमेरिका में भी 2015 और 2016 में उपविजेता रही। दोनों बार टीम को चिली ने हराया।