आर.टी.ओ. के ट्रायल ट्रेक पर पानी

प्रश्न : दद्दूजी, आर.टी.ओ. इंदौर के हाल ही में बने नए हाईटेक ट्रायल ट्रेक पर पानी भर गया है, लिहाजा ट्रायल देकर ड्रायविंग लाइसेंस पाने के अभिलाषी आवेदक परेशान हो रहे है। किस तरह से उनकी यह समस्या हल की जा सकती है।  
 

 

 
उत्तर : आर.टी.ओ. अधिकारियों को समझाया जाना चाहिए कि वे ट्रेक को बन्द न रखें। ये तो ऊपर वाले की कृपा है जो उसने ट्रायल ट्रेक को पानी में डुबो दिया। बारिश के दिनों में शहर की लगभग सभी सड़कें पानी में डूबी रहती है। बीआरटीएस की सड़क तो तालाब बन जाती है। ऐसे में जो आवेदक पानी में डूबे ट्रायल ट्रेक की वास्तविक परिस्थिति में वाहन चलाने के टेस्ट देकर पास होंगे वे ही तो सफलतापूर्वक पानी में डूबे बीआरटीएस व अन्य सड़कों पर अपने वाहन चाल पाएंगे।

दद्दू का सुझाव तो यह है कि ट्रेक पर जगह-जगह अनेक गड्डे बना देने चाहिए, साथ ही आवारा पशु व उनके चरने के लिए नगर निगम के कचरे के कंटेनर भी छोड़ दिए जाने चाहिए। इस परिवर्तन से वाहन चलाने की परिस्थितियां इतनी वास्तविक हो जाएंगी कि कोई भी वाहन चालक यहां से लायसेंस पाने के बाद सड़क दुर्घटना में निपट कर परलोक का लाइसेंस नहीं कटाएगा। दरअसल बारिश नहीं होने पर भी ट्रेक को पानी में डुबाए रखने की कृत्रिम व्यवस्था की जानी चाहिए।      
 

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