Airforce-1 : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन 8 सितंबर को Airforce-1 विमान से 4 दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं। आधुनिक हथियारों से लैस इस विमान को दुनिया का दूसरा सबसे शक्तिशाली विमान माना जाता है। इमरजेंसी कंडीशन में यह मात्र कुछ ही सेकंड्स में उड़ान भर सकता है। मिसाइल हमले की स्थिति में यह खुद को सुरक्षित रख सकता है। इसे फ्लाइंग व्हाइट हाउस भी कहा जाता है।
राष्ट्रपति बाइडन के 4,500 वर्गफुट वाले इस विमान में वे सारी सुविधाएं हैं जिसकी सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है। इसमें एंटी एयर मिसाइल सिस्टम से लैस इस विमान में ऑफिस, कॉन्फ्रेंस रूम और डाइनिंग रूम भी है। विमान में एक अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर भी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति विमान से ही देश का पूरा कामकाज देख सकते हैं, इसलिए Airforce-1 को उड़ता हुआ व्हाइट हाउस कहा जाता है। इस विमान में राष्ट्रपति के साथ ही चंद लोग ही सफर कर सकते हैं।
Airforce-1 को आधुनिक इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना माना जाता है जिसकी सुरक्षा को कोई नहीं भेद सकता है। विमान रवाना होने से पहले यूएस एयरफोर्स रनवे और विमान की अच्छे से जांच करती है।
सफेद और नीले रंग में रंगे इस विमान पर बड़े अक्षरों में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका लिखा रहता है। हवा में ही इसे रिफ्यूल किया जा सकता है। इस वजह से बिना रुके यह दुनिया में कही भी जा सकता है। 3 फ्लोर वाले इस विमान में तकरीबन 102 लोग सफर कर सकते हैं। यह हमेशा उड़ान भरने के लिए तैयार रहता है।
बताया जाता है कि जो बाइडन एक नहीं बल्कि 2 एयरफोर्स-1 लेकर चलते हैं। एक तो उस देश में लैंड होता है जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जा रहे हैं और दूसरा सीक्रेट लोकेशन पर रखा जाता है। विमान में खराबी आने पर या किसी आपात स्थिति में इसका प्रयोग किया जाता है।