Ganga Dussehra 2024: चार शुभ योग में मनाया जा रहा गंगा दशहरा, 5 चीजें दान करने से होगा बेहद शुभ

WD Feature Desk
शनिवार, 15 जून 2024 (12:34 IST)
Ganga Dussehra 2024: ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का त्योहार मनाया जाएगा। इस बार 16 जून 2024 को यह त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन 4 अद्भुत योग संयोग बन रहे हैं। ऐसे समय में स्नान, दान पुण्य करना बेहद ही शुभ होगा। आओ जानते हैं कि कौनसे 5 दान कर सकते हैं।
 
4 शुभ संयोग : ज्योतिष मान्यता के अनुसार गंगा दशहरा के दिन हस्त नक्षत्र है, इसी दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ वरियान, अमृत योग और रवि योग का भी अद्भुत संयोग रहेगा। यह चार शुभ संयोग करीब 100 साल बाद घटित हो रहा है। पूजा-पाठ के लिए यह दिन उत्तम माना जा रहा है।ALSO READ: Ganga Dussehra Bhog : गंगा दशहरा पर इस पारंपरिक भोग से प्रसन्न होंगी गंगा मैया
 
ब्रह्म मुहूर्त- प्रात: 04:03 से 04:43 तक
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:54 से दोपहर 12:50 तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:42 से दोपहर 03:37 तक
गोधूलि मुहूर्त- दोपहर 07:20 से दोपहर 07:40 तक
सायाह्न सन्ध्या- दोपहर 07:21 से दोपहर 08:21 तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- प्रात: 05:23 से सुबह 11:13 तक
अमृत सिद्धि योग- प्रात: 05:23 से सुबह 11:13 तक
रवि योग- पूरे दिन
 
5 चीजों का करें दान : इस दिन खाने की सामग्री में अन्न, जल, नमक, तेल, गुड़ और फल का दान करें, वस्त्र दान करें, पूजन समग्री एवं सुहाग की सामग्री दान करें। इसके अलावा स्वर्ण या पीतल का दान करना चाहिए। इस दिन शरबत पिलाने से भी अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि दान-पुण्य करने से व्यक्ति सभी संकटों से छुटकारा पा सकता है और कुंडली में बने ग्रह दोष से मुक्ति भी इस दिन पूजा-पाठ से मिल जाती हैं। व्यक्ति के बिगड़े काम भी बनने लगते हैं। ALSO READ: गंगा दशहरा तभी सही तरह से मनेगा जब सफल होगा 'गंगा जल संवर्धन अभियान'
 
गंगा स्नान : गंगा नदी में स्नान करने से 10 तरह के पापों (3 कायिक, 4 वाचिक और 3 मानसिक) से मुक्ति मिलती है। गंगा स्नान, गंगा ध्यान, नाम स्मरण, मंत्र उच्चारण, आचमन एवं स्नान से प्राणी काम, क्रोध, लोभ, मोह, मत्सर, ईर्ष्या, ब्रह्महत्या, छल, कपट, परनिंदा जैसे पापों से मुक्त हो जाता है। कहा जाता है कि गंगा नदी में स्नान करने से दस पापों का हरण होकर अंत में मुक्ति मिलती है। गंगा दशहरा पर्व पर मां गंगा में डुबकी लगाने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं।ALSO READ: Ganga dussehra 2024 : गंगा दशहरा कब है, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

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