रानी अहिल्या बाई होलकर पर विद्वानों और साहित्यकारों के 20 प्रेरक वाक्य

WD Feature Desk

बुधवार, 28 मई 2025 (14:49 IST)
Malwa queen quotes: वर्ष 2025 में रानी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती मनाई जा रही है। यहां वेबदुनिया के प्रिय पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं लोकमाता अहिल्या बाई होलकर पर आधारित विद्वानों, साहित्यकारों और इतिहासकारों द्वारा कहे गए या उनके योगदान से प्रेरित 20 प्रेरक वाक्य। ये वाक्य उनके जीवन, प्रशासन, सेवा-भाव, और धर्म-संरक्षण की महानता को उजागर करते हैं और आप भी इन्हें पढ़कर अवश्य ही प्रेरित होंगे।ALSO READ: रानी अहिल्या बाई होलकर के न्यायप्रियता के किस्से, जानिए हम उनसे क्या सीखें
 
आइए जानते हैं रानी अहिल्या बाई होलकर पर 20 अनसुने कथन: 
 
1. 'जहां राजाओं ने साम्राज्य बनाए, वहां अहिल्या बाई ने श्रद्धा और सेवा का साम्राज्य खड़ा किया।'
 
2. 'अहिल्या बाई ने तलवार से नहीं, परोपकार और न्याय से इतिहास रचा।'
 
3. 'वे एक रानी नहीं, एक साध्वी थीं – जिन्होंने गद्दी को तपोभूमि बना दिया।'
 
4. 'अहिल्या बाई की जीवन गाथा नारी नेतृत्व की जीवंत पाठशाला है।'
 
5. 'अहिल्या बाई होलकर भारतीय नारी शक्ति की श्रेष्ठतम प्रतिमूर्ति हैं।' -पंडित नेहरू
 
6. 'उनके राज्य में प्रजा माता थी और रानी उसकी सेविका।'
 
7. 'अहिल्याबाई ने न केवल मंदिर बनवाए, बल्कि संस्कृति को फिर से जीवित किया।'
 
8. 'वो राजकाज नहीं करती थीं, धर्मराज्य चलाती थीं।'
 
9. 'अहिल्याबाई जैसी रानियां भारत के गौरव का स्तंभ हैं।'
 
10. 'जहां भी देवस्थान उजड़े थे, वहां अहिल्या बाई की छाया पहुंची।'
 
11. 'धर्म, करुणा और कर्तव्य का संगम थीं अहिल्याबाई।'
 
12. 'उनकी सबसे बड़ी शक्ति थी – प्रजा के प्रति निस्वार्थ प्रेम।'
 
13. 'अहिल्याबाई की धार्मिक दृष्टि में संकीर्णता नहीं, समभाव था।'
 
14. 'वे अपने समय से बहुत आगे की सोच रखने वाली शासिका थीं।'
 
15. 'न्यायप्रियता और धर्मपरायणता की मिसाल थीं अहिल्या बाई।'
 
16. 'राजनीति में भी अध्यात्म का संचार हो सकता है, यह अहिल्याबाई ने कर दिखाया।'
 
17. 'जिसने उज्जैन को फिर से ज्योतिर्मय बनाया, वो कोई साधारण स्त्री नहीं, अहिल्याबाई थी।'
 
18. 'उनकी राजनीति सेवा और त्याग का पर्याय थी।'
 
19. 'जहां विध्वंस हुआ, वहां उन्होंने निर्माण किया — मंदिरों का, विश्वास का और आत्मबल का।'
 
20. 'इतिहास के पन्नों में अहिल्या बाई केवल एक नाम नहीं, एक युग हैं।'ALSO READ: अहिल्याबाई होल्कर ने अपने बेटे को क्यों मारा? जानिए न्यायप्रिय शासिका की अनसुनी कहानी

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