National Sunscreen Day 2023: कैसे हुई सनस्क्रीन की शुरुआत?

Webdunia
National Sunscreen Day 2023
इंस्टाग्राम पर रील देखते समय आपने कई बार सनस्क्रीन का ज़िक्र सुना होगा। आज के समय में हर डर्मटालोजिस्ट और स्किन केयर ब्लॉग में सनस्क्रीन को बहुत महत्व दिया जाता है। सनस्क्रीन हमारे स्किन के लिए बहुत ज़रूरी होती है। अगर आप सोचते हैं कि सिर्फ टैनिंग से बचने के लिए सनस्क्रीन लगाई जाती है तो आप गलत है। दरअसल सनस्क्रीन सिर्फ हमे टैनिंग या सनबर्न की समस्या से नहीं बचाती। सनस्क्रीन हमारे स्किन को कैंसर से भी बचाती है जो हमे धुप के कारण हो सकता है। सनस्क्रीन के इन्ही महत्व को ध्यान में रखते हुए हार साल 27 मई को नेशनल सनस्क्रीन डे (national sunscreen day) मनाया जाता है। क्या आपको पता है सनस्क्रीन की शुरुआत कैसे हुई थी? चलिए जानते हैं पूरी जानकारी...........

कैसे हुई सनस्क्रीन की शुरुआत?
दरअसल सनस्क्रीन की शुरुआत मिस्र में 3,100 ईशा पूर्व में हुई थी। मिस्र के लोग अपनी त्वचा को बचाने के लिए चाबल और चमेली का लेप लगाते थे। मॉडर्न हिस्ट्री की बात की जाए तो सनस्क्रीन की शुरुआत 1930 में हुई थी। सनस्क्रीन का आविष्कार एक स्विस फिजिक्स स्टूडेंट फ्रांज़ ग्रेटर ने किया था। फ्रांज़ ग्रेटर एक ट्रिप पर गए थे और ट्रिप पर वापिस आने के बाद उन्हें सनबर्न हो गया। सनबर्न के कारण उन्होंने अपनी स्किन को प्रोटेक्ट करने के लिए रिसर्च करना शुरू की। इस अविष्कार में बेंजामिन ग्रीन नमक एक व्यक्ति भी शामिल थे। इन दोनों की रिसर्च की मदद से मॉडर्न सनस्क्रीन का कॉन्सेप्ट पेश किया गया।

क्या है सनस्क्रीन?
सनस्क्रीन त्वचा के लिए एक प्रकार की दवाई है जो त्वचा को खतरनाक अल्ट्रा वायलेट किरणों से सुरक्षित रखती है। इसके साथ ही सनस्क्रीन सनबर्न, स्किन एजिंग और स्किन कैंसर से भी बचाती है। सही एसपीएफ के इस्तेमाल से आप अपनी स्किन को जलने से बचा सकते हैं।

क्या है SPF नंबर?
एसपीएफ(SPF) का पूरा नाम है सन प्रोटेक्शन फैक्टर(sun protection factor)। एसपीएफ के ज़रिये हमें पता चलता है कि कितना और कितनी देर तक सनस्क्रीन आपको सूरज की किरणों से सुरक्षित रखेंगी। अगर आप लम्बे समय के लिए घर से बहार रहते हैं तो आपको ज़्यादा एसपीएफ वाला सनस्क्रीन इस्तेमाल करना चाहिए जैसे कि 50 एसपीएफ। डर्मेटोलोजिस्ट के अनुसार हमें कम से कम 15 एसपीएफ वाली सनस्क्रीन का उपयोग करना चाहिए।

क्या होता है PA++?
जैसे एसपीएफ के नंबर हमें बताते है कि कितनी देर तक हमारी त्वचा धुप से सुरक्षित रहेगी उसी प्रकार से PA एसपीएफ की गुणवत्ता और युवीए (UVA) से सुरक्षा को बताता  है। जितने ज़्यादा प्लस उतनी बेहतर सुरक्षा। यह लेबल जापान में एसपीएफ की रेटिंग दर्शाने के लिए विकसित किया गया था।
 

चलिए समझते है PA रेटिंग का मतलब अपनी सनस्क्रीन को हमेशा अपनी त्वचा के अनुसार ख़रीदे और साथ ही हमेशा एसपीएफ और को चेक करें ।

सनस्क्रीन लगाने का सही तरीका क्या है?

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख