सीडी से सी प्लेन तक, गुजरात चुनाव में इन मुद्दों ने बटोरी सुर्खियां

Webdunia
सोमवार, 18 दिसंबर 2017 (15:19 IST)
गुजरात  चुनाव के नतीजों के बाद भले ही पार्टियां कहें कि चुनाव विकास के मुद्दों पर लड़ा गया, लेकिन मीडिया, अखबारों और सोशल मीडिया पर सी प्लेन, सीडी, चायवाला जैसे मुद्दे छाए रहे। दोनों ही पार्टियों ने प्रचार के दौरान नए-नए बयान और विवादों से जनता को अपनी ओर खींचा। गुजरात चुनाव के दौरान पार्टियां विकास का राग अलापती रहीं तो सोशल मीडिया पर #विकास पगला गया है, जैसे हैशटेग ट्रेंड करने लगे।
 
पाकिस्तान भी प्रचार में : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि पाकिस्तान विधानसभा चुनावों में हस्तक्षेप कर रहा है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस से उसकी पार्टी के आला नेताओं के हाल ही में पड़ोसी देश के नेताओं से मिलने पर स्पष्टीकरण भी मांगा। प्रधानमंत्री ने पाकिस्तानी सेना के पूर्व महानिदेशक (डीजी) सरदार अरशद रफीक द्वारा कथित तौर पर की गई अपील को लेकर सवाल उठाए। रफीक ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाने की कथित तौर पर अपील की थी। प्रधानमंत्री ने मणिशंकर अय्यर के आवास पर हुई बैठक के बारे में भाषण में जिक्र किया जिसमें पाकिस्तान के उच्चायुक्त, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री, भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह शामिल थे। कांग्रेस ने इसे एक राजनीतिक हथकंडा बताया। इस विवादित मुद्दे को तत्कालीन सेनाध्यक्ष ने सिरे से खारिज किया।
 
पगलाया विकास : भाजपा अपने प्रचार के दौरान गुजरात विकास की बात करती रही। हार्दिक पटेल ने कहा कि विकास तो हुआ है, लेकिन भाजपा को सत्ता का अहंकार भी हो गया है। कांग्रेस सोशल मीडिया का सहारा लेकर कहती रही कि गुजरात में विकास पगला गया है। सोशल मीडिया पर 'विकास' ने भाजपा की मुसीबतों को बढ़ाया।  
 राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर दागे सवाल : गुजरात चुनाव के दौरान राहुल गांधी के तेवर अलग ही नजर आए। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सवाल दागे। उन्होंने विकास पागल हो गया, गब्बर सिंह टैक्स, अमित शाह के बेटे जय शाह का मामला और किसानों के मुद्दे उठाए। इससे लगा कि वे भाजपा की कमजोर नब्ज पर हाथ रखने में काफी हद तक कामयाब रहे। राहुल ने 57 जगहों पर रैलियां कीं। नवसृजन यात्रा निकाली। 8 बार गुजरात आए। उन्होंने ट्‍विटर पर हर दिन प्रधानमंत्री से एक नया सवाल पूछा। उन्होंने अपने 14 सवालों को प्रधानमंत्री पर दागा और जवाब नहीं देने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सोशल मीडिया पर घेरा। 
 
सी प्लेन का सफर : इसी बीच प्रचार के दौरान गुजरात के विकास को दिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साबरमती रिवर फ्रंट से धरोई डैम तक सी-प्लेन में सफर किया। सुरक्षा के नियम तोड़ने के कारण ट्‍विटर पर इसे लेकर खूब ट्वीट हुए।
 
भाजपा पर लगे खरीदने के आरोप : पाटीदार नेता नरेन्द्र पटेल ने भाजपा पर उनके साथ हाथ मिलाने के लिए 1 करोड़ के कैश ऑफर का आरोप लगाया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि भाजपा के वरुण पटेल ने उनके सामने यह ऑफर रखा था। उन्हें इसके लिए 10 लाख रुपया एडवांस भी दिया गया था। भाजपा ने उनके आरोपों को सिरे से नकारा।
 
खुला मोदी के गोरा होने का राज : चुनाव प्रचार की सरगर्मियों के बीच कांग्रेस के अल्पेश ठाकोर ने एक भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हर रोज ताईवान से आए मशरूम के 5 पीस खाते हैं। 1 मशरूम की कीमत 80 हजार रुपए है। यही उनके गोरेपन का राज है। पहले मोदी मेरे जैसे काले थे, लेकिन अब गोरे हो गए हैं। उनका यह भाषण काफी वायरल भी हुआ और इस पर विवाद भी हुआ। यहां तक कि भाजपा ने ताईवानी लड़की का वीडियो पोस्ट करवाया कि गुजरात चुनाव में ताईवानी मशरूम को न घसीटें।
 
हार्दिक की सीडी से गर्म हुआ माहौल : इस चुनाव में पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने भाजपा के लिए राहें मुश्किल कर दीं। चुनाव प्रचार के दौरान हार्दिक पटेल का सीडी कांड भी चर्चा में रहा। हार्दिक पटेल के 2-3 वीडियो इस चुनाव के दौरान आए, हालांकि हार्दिक पहले ही विवादित वीडियो के बारे में आशंका जाहिर कर चुके थे। 
 
फिर चर्चा में आया चायवाला : कांग्रेस के यूथ विंग ने ट्विटर पर मोदी को 'चायवाला'  बताते हुए मीम चलाया। इसकी सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हुई। बाद में कांग्रेस ने माफी मांगते हुए मीम को डिलीट करवा दिया। मोदी ने अपनी सभाओं में इसे खूब भुनाया कि मैंने चाय बेची है, देश नहीं बेचा। 
 
कांग्रेस का सिरदर्द बने मणिशंकर अय्यर : लोकसभा चुनाव के दौरान मणिशंकर अय्यर ने नरेन्द्र मोदी को चायवाला कहा था और इसे भाजपा ने खूब भुनाया। इस बार भी मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री के बारे में विवादित बयान दिया। इस बयान के बाद कांग्रेस ने उन्हें बर्खास्त कर दिया लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रचार के दौरान उनके बयान को खूब भुनाया। 
 
राहुल गांधी बने जनेऊधारी : राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान मंदिरों में माथा टेकते नजर आए। राहुल गांधी के सोमनाथ मंदिर दर्शन के दौरान सोशल मीडिया पर मंदिर के रजिस्टर की फोटो वायरल हुई। इसमें बताया गया कि राहुल का नाम 'नॉन हिन्दू विजिटर्स' में दर्ज है। भाजपा ने मुद्दा बनाते हुए राहुल के धर्म पर सवाल उठाया। तब कांग्रेसियों ने रजिस्टर में सिग्नेचर को फर्जी बताते हुए राहुल गांधी को जनेऊधारी और शिवभक्त बताया। 

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