सेहत के लिए मौसम के अनुसार दिनचर्या होना चाहिए। अगस्त-सितंबर के माह में अजीब सी धूप का मौसम होता है। बरसात का मौसम बिदा ले रहा होता है। यह मौसम बीमारियों को आमंत्रण देने वाला होता है। अत: इस मौसम में प्रात: देर तक जॉगिंग या व्यायाम और शाम को भोजन के पश्चात देर रात तक जागना या खुले बदन घूमना हानिकारक है।
इस ऋतु में आलस्य खूब आता है और बिस्तर में दबे रहने का इरादा होता है, लेकिन आलस्य करना ठीक नहीं। इन बातों पर अमल करके आप तंदुरुस्त और बलवान बन सकते हैं।
1. सुबह जल्दी उठना पर्याप्त नहीं है, सुबह उठकर तेज चाल से चलना फायदेमंद होता है।
2. मॉर्निंग वॉक के पश्चात नींबू पानी का सेवन करें।
3. शीतल जल से स्नान करें।
4. हल्का नाश्ता करें। नाश्ते में पेय पदार्थ अधिक लें। फलों के सेवन के लिए यह मौसम उपयुक्त होता है।
5. इस मौसम में त्योहार आरंभ हो जाते हैं अत: कोई एक उपवास अवश्य करें।
6. इस मौसम में ही भगवान की आराधना करें इससे मन को शक्ति मिलती है।
7. सितंबर माह को विदेशों में खुशियों का मौसम कहा गया है लेकिन भारत में यह माह बीमारियों का वाहक है, क्योंकि धूल-मिट्टी के द्वारा कीटाणु इसी माह सबसे ज्यादा फैलते हैं।
8. इस मौसम में नीम की पत्तियों का सेवन किसी न किसी रूप में जरूर करें।
9. इस माह की धूप से अवश्य बचें यह धूप कंजेक्टिवाइटिस रोग लेकर आती है। अत: बिना चश्में के बाहर ना निकलें।
10. आजकल स्वाइन फ्लू, मलेरिया, डेंगू तथा वायरल चल रहा है, अत: स्वच्छता का विशेष ख्याल रखें।
11. बाहर से आने के बाद हाथ-पैर-मुँह धोने में जरा भी आलस ना करें।
12. इस माह त्वचा का संक्रमण बढ़ जाता है अत: त्वचा की नियमित साफ-सफाई अनिवार्य है।