45 की उम्र में 21 जैसा ग्‍लो चाहिए तो 1 मुट्ठी ये सुपरफूड खाएं

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क्या आप जानते हैं कि बादाम में 15 तरह के पोषक तत्‍व होते हैं और यह एंटीऑक्‍सीडेंट विटामिन-ई का पावरहाउस है। यह त्‍वचा को फ्री रेडिकल्‍स और यूवी किरणों से होने वाले डैमेज से बचाता है। रोजाना बादाम खाना त्‍वचा की हेल्‍थ के लिए बहुत अच्‍छा माना जाता है और यह त्‍वचा के ग्‍लो को बढ़ाता है। एक मुट्ठी बादाम आपको झुर्रियों को कम करने में मदद करता है। 15 बादाम खाने से आपको रोजाना विटामिन-ई की 50% जरूरत को पूरा करने में मदद मिलती है। 
 
बादाम को सुपरफूड भी कहा जाता है। इनमें नियासिन, कैल्शियम, विटामिन-ई, फाइबर और राइबोफ्लेविन की मात्रा अधिक होती है। ये छोटे मेवे अच्छी मात्रा में ओमेगा -6 फैटी एसिड, पोटेशियम, मैग्नीशियम, ओमेगा -3 और जिंक से भी भरे होते हैं। 
 
छोटा सा बादाम मोनोअनसैचुरेटेड फैट, फाइबर, प्‍लांट बेस प्रोटीन और विटामिन-ई जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक पंच है। इसलिए, बादाम हार्ट के साथ-साथ त्वचा की हेल्‍थ में सुधार कर सकते हैं।
 
बॉलीवुड में बहुत सी फिटनेस फ्रीक एक्‍ट्रेस है। जो 45 की उम्र में भी फिट और सुंदर दिखाई देती हैं। इसका पूरा श्रेय उनके फिटनेस रूटीन को जाता है। खुद को फिट रखने के साथ ये एक्‍ट्रेसेस डाइट टिप्‍स भी शेयर करती हैं। ज्यादातर अभिनेत्रियां बादाम को सुपरफूड मानती हैं और इसके फायदे भी गिनाती हैं। 
बादाम का सेवन आखिर भिगोकर ही क्यों किया जाता है, सूखे बादाम क्यों नहीं? अगर आप नहीं जानते इसका जवाब, तो चलिए हम बता देते हैं।
 
दरअसल छिलके सहित बादाम खाना उतना फायदेमंद नहीं होता, जितना बगैर छिलके वाले बादाम खाने से होता है। इसका प्रमुख कारण है छिलकों का आपके पोषण में रूकावट पैदा करना। जी हां, बादाम के छिलके में टैनीन नाम का एक तत्व मौजूद होता है जो कि इन पोषत तत्वों के अवशोषण को रोक लेता है।
 
अगर आप सूखे बादाम का सेवन करते हैं, तो छिलकों को निकालना संभव नहीं होता, जबकि बादाम को पानी में भिगो देने पर इससे छिलका आसानी से निकल जाता है। ऐसे में आपको बादाम का पूरा पोषण मिल पाता है, जो छिलकों के रहते नहीं मिल पाता। यही कारण है कि कच्चे यानी सूखे बादाम की जगह भीगे हुए बादाम खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।
फायदे-
 
1.भीगे बादाम खाने से पाचन क्रिया भी संतुलित रहती है।
 
2.इनमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होता है, जो बढ़ती उम्र को कंट्रोल करता है।
 
3.बादाम से ब्लड में अल्फाल टोकोफेरॉल की मात्रा बढ़ती है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।
 
4.भीगे बादाम से गुड कॉलेस्ट्रॉल बढ़ता है और बैड कॉलेस्ट्रॉल कम होता है।
 
5.इसमें भरपूर फॉलिक एसिड होता है, जो प्रेगनेंसी में शिशु के मस्तिष्क और न्यूरोलॉजिकल सिस्टम के विकास में सहायक होता है।
जानिए किन लोगों को नहीं खाने चाहिए बादाम-
आइए, जानते हैं ऐसे लोगों के बारे में जिन्हें बादाम खाने को अवॉइड करना चाहिए -
 
1. हाई ब्लड प्रेशर के पेशेंट्स को बादाम के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इन लोगों को नियमित ब्लड प्रेशर की दवाइयां लेनी रहती हैं। इन दवाओं से साथ बादाम खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है।
 
2. जिन लोगों कि किडनी में पथरी या गॉल ब्लेडर संबंधी परेशानी हो, तो ऐसे में उन्हें भी बादाम नहीं खानी चाहिए।
 
3. अगर किसी को पाचन संबंधी परेशानी है, तो उन्हें भी बादाम खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता है जो आपकी परेशानी को और बढ़ा सकता है।
 
4. अगर कोई व्यक्ति एंटीबायोटिक मेडिसन ले रहा हो, उस दौरान उसे भी बादाम खाना बंद कर देना चाहिए। बादाम में ज्यादा मात्रा में मैग्नीशियम होता है, जिसके सेवन से शरीर में दवाइयों का जो असर होना चाहिए, वह प्रभावित हो सकता है। 
 
5. जो लोग मोटापे से परेशान हैं, उन्हें भी बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें कैलोरी और वसा बहुत अधिक मात्रा में होती है, जो वजन बढ़ाने का काम करता है।
 
6. यदि किसी को एसिडिटी की शिकायत रहती हो, तो उन्हें भी बादाम नहीं खाना चाहिए।

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