कैसे होता है ये नुकसान?
लैपटॉप से निकलने वाली गर्मी महिलाओं के शरीर के तापमान को भी बढ़ा देती है। हालांकि, महिलाओं में अंडाशय का तापमान अंडकोष की तरह संवेदनशील नहीं होता है, लेकिन गर्मी का असर उनके शरीर पर अन्य तरीकों से हो सकता है...
1. हार्मोनल असंतुलन : लैपटॉप की गर्मी से शरीर का तापमान बढ़ने पर हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। यह असंतुलन अंडाशय के कार्य को प्रभावित कर सकता है, जिससे अंडाणुओं का उत्पादन कम हो सकता है या अंडाणुओं का विकास प्रभावित हो सकता है।
फर्टिलिटी पर क्या असर पड़ता है?
1. अंडाणुओं का उत्पादन कम होना : गर्मी से अंडाशय के कार्य प्रभावित हो सकते हैं, जिससे अंडाणुओं का उत्पादन कम हो सकता है।
क्या करें?
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लैपटॉप को गोद में रखकर इस्तेमाल करने से बचें : लैपटॉप को टेबल या डेस्क पर रखकर इस्तेमाल करें।
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लैपटॉप के लिए कूलिंग पैड का इस्तेमाल करें : कूलिंग पैड लैपटॉप की गर्मी को कम करने में मदद करते हैं।
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नियमित रूप से ब्रेक लें : लंबे समय तक लैपटॉप का इस्तेमाल करने से बचें और बीच-बीच में ब्रेक लें।
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अपनी जीवनशैली में बदलाव करें : तनाव, धूम्रपान, शराब और अनियमित खानपान से भी फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है।
लैपटॉप को गोद में रखकर इस्तेमाल करने से महिलाओं की फर्टिलिटी पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, हालांकि यह पुरुषों की तुलना में कम प्रत्यक्ष है। इसलिए, लैपटॉप को इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना जरूरी है। अपनी फर्टिलिटी को सुरक्षित रखने के लिए लैपटॉप को टेबल पर रखकर इस्तेमाल करें और अपनी जीवनशैली में बदलाव करें।
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