1. हड्डियों को कमजोर बनाना : खौलती चाय-कॉफी में मौजूद कैल्शियम को अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है। यह कैल्शियम की कमी का कारण बनता है, जिससे हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।
2. ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा : खौलती चाय-कॉफी में मौजूद टैनिन नामक तत्व कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें हड्डियां बहुत कमजोर हो जाती हैं। ALSO READ: क्या होता है Smiling Depression? कहीं आप तो नहीं इसकी चपेट में!
3. दांतों को नुकसान : खौलती चाय-कॉफी में मौजूद एसिड दांतों के इनेमल को कमजोर कर देते हैं, जिससे दांतों में सड़न और पीलेपन की समस्या हो सकती है।
4. पेट में जलन : खौलती चाय-कॉफी पीने से पेट में जलन, एसिडिटी और अपच की समस्या हो सकती है।
5. नींद में खलल : चाय-कॉफी में कैफीन होता है जो नींद में खलल डालता है। खौलती चाय-कॉफी पीने से यह समस्या और भी बढ़ सकती है।
6. रक्तचाप में वृद्धि : खौलती चाय-कॉफी में कैफीन रक्तचाप को बढ़ा सकता है, जो हृदय रोगों के लिए खतरनाक हो सकता है।
क्या करें?
1. चाय-कॉफी ठंडी करके पिएं : खौलती चाय-कॉफी को ठंडा करके पिएं। इससे हड्डियों को होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
2. दूध का इस्तेमाल करें : चाय-कॉफी में दूध मिलाने से कैल्शियम का अवशोषण बढ़ता है।
3. कैफीन का सेवन कम करें : कैफीन का सेवन कम करने से नींद में खलल, रक्तचाप में वृद्धि और अन्य समस्याओं से बचा जा सकता है।
4. कैल्शियम युक्त आहार लें : दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम, सोयाबीन आदि कैल्शियम से भरपूर आहार का सेवन करें।
5. डॉक्टर से सलाह लें : अगर आपको हड्डियों की कोई समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
खौलती चाय-कॉफी पीने की आदत आपकी हड्डियों के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है। इसलिए, चाय-कॉफी को ठंडा करके पिएं और कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करें। स्वस्थ रहें, खुश रहें!
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