पानी सबसे ज़रूरी पोषक तत्व है और पानी पीने के ढेरों फायदे हैं...वास्तव में पानी को जीवन के लिए अमृत कहा गया है। ऐसे में ज़रूरी है कि आप पानी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानें क्योंकि पानी मनुष्य के शरीर का 70 फीसदी हिस्सा बनाता है और शरीर की हर कोशिका को हाइड्रेट, डीटॉक्स करता है, शरीर का तापमान सामान्य बनाए रखकर जीवनशैली को स्वस्थ बनाता है।
कोशिका की संरचना में पानी का महत्व
कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पानी जरूरी है, यह बालों, त्वचा और नाखुनों की कोशिकाओं का अभिन्न हिस्सा है। पानी कोलाजन के उत्पादन में मदद कर कोशिकाओं की उम्र बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा, पानी जोड़ों एवं रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी ज़रूरी है क्योंकि पानी शरीर में लुब्रिकेन्ट की भूमिका निभाता है, जिसके परिणामस्वरूप जोड़ों के बीच फ्रिक्शन कम होता है।
शरीर का तापमान बनाए रखने में मदद करता हैः
शरीर का तापमान सामान्य बनाए रखने के लिए तरल का संतुलन बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपके शरीर में एंज़ाइम ठीक से काम करते रहें, इसके लिए शरीर का तापमान सामान्य बना रहना बहुत ज़रूरी है, अगर ऐसा नहीं होगा तो शरीर के सभी काम रूक जाएंगे।
शरीर में फैट यानि वसा को बर्न करने में मदद करता है
कई अध्ययनों में पाया गया है कि पानी का सेवन सही मात्रा में करने से शरीर की वसा को बर्न करने में मदद मिलती है, इस तरह यह वज़न कम करने में भी मददगार है।
हाइड्रेट और रीहाइड्रेट करने का सबसे अच्छा तरीकाः
प्यास लगना डीहाइड्रेशन का संकेत है, इसलिए ज़रूरी है कि आप दिन भर पानी पीते रहें। डीहाइड्रेशन के कारण शरीर में ऊर्जा का स्तर कम हो जाता है और इम्यून सिस्टम (बीमारियों से लड़ने की ताकत) कमज़ोर पड़ जाता है। वे लोग जो अधिक सक्रिय रहते हैं, शारीरिक व्यायाम करते हैं, खेलते हैं, उनमें पसीना ज़्यादा बहता है, ऐसे में उनके लिए अपने शरीर को नियमित रूप से हाइड्रेट करना बहुत ज़रूरी है। शरीर से पानी ज़्यादा निकल जाने से क्रैम्प्स पड़ने लगते हैं और शरीर लेक्टेट को बफर करने में सक्षम नहीं रहता। अक्सर देखा जाता है कि एथलीट्स और बॉस्केटबॉल खिलाड़ियों को हाइपरथर्मिया हो जाता है या पानी की कमी एवं बहुत ज़्यादा डीहाइड्रेशन के चलते उनका ब्लड प्रेशर गिर जाता है। ऐसी स्थिति में रीहाइड्रेट करना बहुत ज़रूरी है। अगर आपमें डायरिया, कम पानी पीना, पेट में फ्लू, बहुत ज़्यादा दवाएं लेना जैसी स्थितियां हैं या आपने पिछली रात ज़्यादा शराब का सेवन किया है तो ऐसे में शरीर को रीहाइड्रेट करना बहुत अधिक महत्वपूर्ण होता है। रीहाइड्रेशन ओरल माध्यम से या इन्ट्रावीनस तरीके से किया जा सकता है।
महामारी के इस दौर में जब हममें से ज़्यादातर लोग घर से काम कर रहे हैं, अक्सर हम पानी पीने पर ठीक से ध्यान नहीं देते। दिन भर चलने वाले वर्चुअल मीटिंग्स, असाइनमेन्ट और घर के कामों के बीच अक्सर हम पानी पीना भूल जाते हैं। ऐसी स्थिति में हमें अपने पास पानी की बोतल रख या हेल्थ ऐप के ज़रिए रिमाइंडर लगाकर बार-बार पानी पीते रहना चाहिए।
पाचन में मदद करता है और मुख के स्वास्थ्य को ठीक बनाए रखने में मदद करता हैः
अक्सर लोग ये सवाल पूछते हैं पानी पीने का सही समय क्या है? खाना खाने से पहले? खाना खाने के बाद? खाना खाने के दौरान? इन तीनों समय में पानी पीने से भोजन को पचाने में मदद मिलती है। पानी पीने से सलाईवा यानि लार की सही मात्रा बनती है, लार में इलेक्ट्रोलाईट, म्यूकस और एंज़ाइम होते हैं जो भोजन पचाने में मदद करते हैं और मुख के स्वास्थ्य को सामान्य बनाए रखते हैं। भोजन का पाचन मुख में ही शुरू हो जाता है और उम्र बढ़ने के साथ लार का उत्पादन कम मात्रा में होने लगता है। अगर आपको महसूस हो रहा है कि आपका मुंह सूख रहा है तो ज़्यादा मात्रा में पानी पीना शुरू कर दें।
डीटॉक्सिफिकेशन में मदद करता हैः
पानी शरीर में डीटॉक्स करने में बेहद कारगर है, जिससे शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। दिन भर हमारे शरीर में पर्यावरण एवं भोजन आदि के माध्यम से कई तरह के टॉक्सिन्स जमा हो जाते हैं। मल, मूत्र एवं पसीने के ज़रिए इन टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकाला जाता है, इसे डीटॉक्सिफिकेशन कहते हैं। पसीना आने से शरीर का तापमान भी सामान्य बना रहता है। गर्मियों में अक्सर हम ज़्यादातर समय घर के अंदर बिताते हैं, हम एसी में रहते हैं, ऐसे में दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है। वे लोग जो कम पानी पीते हैं, उनका यूरीन सैचुरेटेट होता है और कई बार इसमें स्टोन बनने की संभावना भी हो जाती है। यूरीन को डाइल्यूट करने और साथ ही स्टूल्स (मल) को सामान्य बनाए रखने के लिए भी उचित मात्रा में पानी पीना बहुत ज़रूरी है।
इसके अलावा, रक्त की सामान्य संरचना को बनाए रखने के लिए भी पानी का सेवन सही मात्रा में करना ज़रूरी है। रक्त शरीर के सभी अंगों तक पोषक तत्व पहुंचाता है। यह शरीर की उर्जा बढ़ाता है और मैटाबोलिक रेट बढ़ाकर मानसिक थकान दूर करता है। जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्राइनोलोजी एण्ड मैटाबोलिज़्म द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार 500 एमएल पानी पीने से मैटाबोलिज़्म की दर 30 फीसदी तक बढ़ जाती है।
कुछ शहरों में खारा पानी होता है, ऐसे स्थानों पर पानी को साफ करके पीना चाहिए। पानी को साफ करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे 10 मिनट के उबालें। जहां पानी उबालना संभव न हो, वहां उपभोक्ता का जागरुक होना ज़रूरी है। उन्हें पानी की गुणवत्ता की जांच कर सुनिश्चित करना चाहिए वे सुरक्षित पेयजल का ही सेवन करें। इससे आप स्वस्थ, हाइड्रेटेड रहेंगे और अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकेंगे।