शोधकर्ताओं ने बताया कि ज्यादातर यह रोग 75 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों को होता है, लेकिन इतनी उम्र से कम पुरुषों में भी इसके होने की संभावनाएं पाई जाती हैं और 13 में से एक को यह रोग होने की संभावनाएं होती हैं।
शोधकर्ताओं ने बताया कि इस रोग का इलाज आसान नहीं होता, लेकिन फिर भी इसे प्राकृतिक तरीके से ठीक किया जा सकता है। और इसका एकमात्र उपाय जीवनसाथी के साथ संभोग करना है जिसके कारण पौरुष ग्रंथि मजबूत होती है और प्रोस्टेट का खतरा कम होता है। अध्य्यन में यह भी बताया गया है कि इस प्राकृतिक तरीके का इस्तेमाल 40 साल उम्र तक के पुरुष ही कर सकते हैं।