पैप टेस्ट- पेल्विक एग्जाम - 30 की उम्र जब पार कर रहे हों, तभी से पेल्विक एग्जाम की जांच शुरू करवा दें, जो कि यूटेरस की सही स्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा पैप टेस्ट भी हर साल करवाएं। पैप टेस्ट सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए किया जाता है, ताकि ऐसी किसी भी स्थिति में पहले की समस्या का पता लगाकर इलाज शुरू किया जा सके।
ब्रेस्ट कैंसर - ब्रेस्ट कैंसर की जांच जरूर कराएं, क्योंकि इसमें भी कैंसर के प्रारंभिक लक्षण दिखाई नहीं देते। जब आप पैप टेस्ट करवाने जाते हैं, तभी डॉक्टर से ब्रेस्ट कैंसर की जांच भी कराएं। इसके लिए आप हर तीन साल में मेमोग्राफी करवा सकती हैं।
आंखों की जांच - आंखें लंबे समय तक समान्य रहें, और किसी प्रकार की आई प्रॉब्लम न हो, इसके लिए आंखों का चेकअप कराना बेहद आवश्यक है। आज के दौर में बहुत कम उम्र में ही बच्चों को आंखों की समस्याओं से दो चार होना पड़ता है। ऐसे में आप सुरक्षित और सतर्क जरूर रहें।