जब वो घर पहुंचा तो उसको टीवी पर रंगबिरंगी पर्चियां लगी मिली जिन पर लिखा था:
मां के घर जा रही हूं बच्चों को लेकर, नीचे की बातों पर ध्यान से अमल करना...
दोस्तों को घर बुला के कबाडखाना मत बना देना,पिछली बार large Pizza के 4 बिल मिले थे सोफे के नीचे
चश्मा आईने के पास रखना,पिछली बार फ्रीज में मिला था....
काम वाली बाई की पगार दे चुकी हूं,फिजूल में प्यार जताने की कोई ज़रूरत नहीं....
तड़के उठकर पड़ोसियों को जगा कर अखबार आया कि नहीं यह पूछने की जरूरत नहीं.... हमारा अखबार वाला उनसे अलग है,दूधवाला और लॉन्ड्री वाला भी..... तुम्हारी अंडरवियरें अलमारी के नीचे के खानों में हैं और बच्चों की ऊपर के खाने में रखी होती हैं पिछली बार की तरह बच्चों की पहन की मत चले जाना....
तुम्हारी सारी रिपोर्ट नॉर्मल हैं,बार-बार उस लेडी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं.....
मेरी बहन और भाभी का बर्थ डे पिछले महीने ही हो गया है, रात को फोन करके उनको विश करने की कोई जरूरत नहीं....
वाईफाई का पासवर्ड बदल दिया है,जल्दी से सो जाना....
ज्यादा खुश होने और चहकने की जरूरत नहीं है...क्योंकि मिसेस खन्ना, मिसेस अरोड़ा, मिसेस गुप्ता, मिसेस वर्मा, सभी बाहर जाने वाली हैं..... शक्कर, पत्ती, कॉफी मांगने के बहाने उस कलमुंही प्रिया के घर पे बार-बार जाने की जरूरत नहीं,मैंने सारी चीजें लाकर रख दी हैं.... और सबसे जरूरी बात .....