शिक्षा और भाषा पर अटल बिहारी वाजपेयी के 6 विचार, बदल सकते हैं सोच...

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अटल बिहारी वाजपेयी ने शिक्षा, भाषा और साहित्य पर हमेशा जोर दिया। उनके अनुसार शिक्षा और भाषा के माध्यम से न केवल प्रति व्यक्ति का, समाज का बल्कि उसकी स्थिति में भी सुधार किया जा सकता है। सामाजिक व्यवस्था पर भी उनकी सदैव पैनी नजर रही - 

निरक्षरता का और निर्धनता का बड़ा गहरा संबंध है । ~ अटल बिहारी वाजपेयी
2 शिक्षा के द्वारा व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है। व्यक्तित्व के उत्तम विकास के लिए शिक्षा का स्वरूप आदर्शों से युक्त होना चाहिए । हमारी माटी में आदर्शों की कमी नहीं है। शिक्षा द्वारा ही हम नवयुवकों में राष्ट्रप्रेम की भावना जाग्रत कर सकते हैं । ~ अटल बिहारी वाजपेयी
शिक्षा का माध्यम मातृभाषा होनी चाहिए । ऊंची-से-ऊंची शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से दी जानी चाहिए। ~ अटल बिहारी वाजपेयी
राष्ट्र की सच्ची एकता तब पैदा होगी, जब भारतीय भाषाएं अपना स्थान ग्रहण करेंगी । ~ अटल बिहारी वाजपेयी
भुखमरी ईश्वर का विधान नहीं, मानवीय व्यवस्था की विफलता का परिणाम है । ~ अटल बिहारी वाजपेयी
6 पारस्परिक सहकारिता और त्याग की प्रवृत्ति को बल देकर ही मानव-समाज प्रगति और समृद्धि का पूरा-पूरा लाभ उठा सकता है । ~ अटल बिहारी वाजपेयी

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