एक प्रकार से यही भाव-तत्व लता मंगेशकर के व्यक्तित्व के हैं। सो गीत की मिठास और सौम्यता तथा उनसे उठने...
एक दौर के सिने दर्शकों ने ट्रेजेडी को पसंद किया और दर्द के सिनेमा को सुपरहिट बनाया। आज दिलीपकुमार, म...
सबसे पहली चीज है- स्वयं गीत की धुन। मुखड़े को ही कुछ नशीले और फिसलते अंदाज में उठाया गया है। ऐसा लगता...
आप कहेंगे इस गाने में क्या दम है। इसके बोल भी चल्लू हैं और धुन तो राम-राम सतही और कर्कश! पर बिमल राय...
युवा राजकपूर एक तरफ बॉक्स ऑफिस की सफलता के लिए चाक्षुष सौंदर्य बढ़ाना चाहते थे और दूसरी तरफ मन की गहर...
कम्युनिस्ट साहिर ने इसमें निजी दुःख को ओछा, हेठा और मतलबपरस्त बतलाकर दुनिया के भूख-प्यास के व्यापक द...