अपनी जेब में लिए घूम रहे हैं भूचाल वे।
विस्फोट को अब तक रहे हैं टाल वे।।
खुशफहमी है उन्हें कि अपनी भाषण कला से,
कर देंगे एक दिन सत्ता पक्ष को बेहाल वे।।
अव्यवस्थाओं के घनघोर अंधेरों में बस,
हजम नहीं कर सकते मोदी का कोई कमाल वे।।
व्हाट्सएप पर जोकों/ शगूफों के लिए
नित नए मसाले दे रहे हैं फ़िलहाल वे।।