* हमें आशीर्वाद देने में देवता तब गूंगे बन जाते हैं, जब हमारा ह्रदय उनकी वाणी सुनने में बहरा रहता है।
* मनुष्य का जन्म तो सहज होता है, पर मनुष्यता उसे कठिन प्रयत्न से प्राप्त करनी पड़ती है।
* सादगी, अपने लिए कठोरता और दूसरों के लिए उदारता सभ्यता के स्वरूप है।
* योग्यता और परिस्थिति को ध्यान में रखकर महात्वाकांक्षाएं न गढने वाला दुखी रहता और उपहास सहता है।
* पढ़ने योग्य लिखा जाए, इससे लाख गुणा बेहतर यह है कि लिखने योग्य किया जाए।
* अनजान होना उतनी ही लज्जा की बात नहीं, जितनी सीखने के लिए तैयार न होना।
* असफलता केवल यह सिद्ध करती है कि सफलता का प्रयास पूरे मन से नहीं किया गया।