प्रतिवर्ष 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस अथवा विश्व विरासत दिवस (World Heritage Day) मनाया जाता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षण है। भारत में कुल 3691 ऐसे स्मारक और स्थल हैं, जो कि धरोहर की श्रेणी में आते हैं तथा इसमें से 40 स्थल यूनेस्को विश्व धरोहर में नामित हैं।
विश्व विरासत दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य पूरी दुनिया में मानव सभ्यता से जुड़े सांस्कृतिक स्थलों की विरासत को लुप्त होने से बचाना तथा विविध ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण तथा उनके बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना है। आपको बता दें कि वर्ष 1983 के बाद से, अंतरराष्ट्रीय परिषद ने स्मारकों तथा स्थलों को लेकर एक विषय निर्धारित किया है, अत: हर वर्ष अलग-अलग थीम के साथ इस दिन को मनाया जाता है।
इस दिन को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के 22वें आम सम्मेलन के दौरान विश्व आयोजन के रूप में मान्यता मिली थी तथा यूनेस्को द्वारा पहली बार सन् 1983 में विश्व धरोहर दिवस मनाया गया था।
क्या है विश्व विरासत दिवस की 2023 की थीम : World Heritage Day Theme 2023
साल 2023 में विश्व विरासत दिवस/ विश्व धरोहर दिवस की थीम 'विरासत परिवर्तन' (Heritage changes) रखी गई है।