ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ आतंक के खिलाफ, 9 ठिकाने और 100 आतंकियों को किया ढेर, तीनों सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 11 मई 2025 (18:12 IST)
Indias DGMO press briefing on Operation Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना की बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है।  प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई,  भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद शामिल हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के अपडेट-

10 मई को आया था DGMO का कॉल
एयर मार्शल भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुझे 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएमओ ने कॉल किया। पाकिस्तान के डीजीएमओ से दोपहर 3.30 मिनट पर बातचीत हुई। जिसमें तय हुआ कि 7 बजे के बाद से कोई हमला नहीं किया जाएगा। अगली बातचीत 12 मई को होगी। कुछ ही घंटों बाद ही उन्होंने संघर्ष विराम तोड़ा। ड्रोन अटैक किया और फायरिंग की। हमने उन्हें मैसेज भेजा कि हम पर किए गए हमले का जवाब हमने दिया है। अगर आज रात भी ऐसा किया तो हम जवाब देंगे। इसके बाद हमारे आर्मी चीफ ने हमें जवाब देने के लिए पूरी अथॉरिटी दी है। हमारे 5 जवान मारे गए, उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं। हमने तनाव बढ़ाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं की, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता और अखंडता पर हमला किया गया तो इसका निर्णायक जवाब देंगे।

ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम को किया तबाह
एयरमार्शल भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में इन्होंने हमला किया। हम तैयार थे, हमारे ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। उनके लगातार एयरबेस और पोस्ट पर हमले के बाद हमने उन्हें जवाब दिया। हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो। हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम, मिलिट्री एयरबेस को हमला किया। चकलाला, रफीकी, रहरयार खान में हमला किया। हमने उन्हें कहा कि आक्रामकता को माफ नहीं किया जाएगा। हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे शत्रु आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें।

उनकी हर हरकत पर थी नजर
एयरमार्शल भारती ने बताया कि हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, जिन्हें हमने निशाना बनाया। लेकिन उन्होंने ड्रोन, यूएवी से हमला किया। हमारे पास जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। हम यह करने की क्षमता रखते हैं। हमने पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में कई ड्रिल की, हथियारों की चेकिंग की। हम अपनी तैयारी को परख रहे थे। नेवी ने पाकिस्तानी नेवी को लगातार मॉनिटर किया। हम उनकी हर लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे।

ड्रोन से लेकर एयरक्राफ्ट तक किया हमला
ले. जन. राजीव घई ने कहा, 9-10 मई की रात को ड्रोन और एयरक्राफ्ट से उन्होंने फिर हमला किया। एयरफील्ड और जरूरी इंस्टॉलेशन को निशाना बनाने की कोशिश की और एयरफोर्स-आर्मी एयर डिफेंस ने उनकी कोशिशों को नाकाम किया। एयरमार्शल भारती ने कहा कि 8-9 मई की रात श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला हुआ। उन्होंने जो टारगेट चुने थे उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
यह हमला आधी रात तक जारी रहा। मिलिट्री या सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर नुकसान नहीं हुआ। वे लड़ाई चाहते थे और हम तैयार थे। हमने उनके मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया। उनके लाहौर और गुंजरावाला के सर्विलेंस राडार ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद उनके ड्रोन अटैक सुबह तक जारी रहे, जिसका हमने जवाब दिया। लाहौर के करीब से ड्रोन अटैक लॉन्च किए गए थे। उन्होंने अपने और इंटरनेशनल पैसेंजर विमान एयरस्पेस में उड़ने दिए।

पाकिस्तान ने सिविलियंस को बनाया निशाना 
एयरमार्शल भारती ने बताया, हमने उसी रात उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह बताना चाहते थे कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे। 8-9 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमारे बॉर्डर पर हमला किया था और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने की उनकी ज्यादातर कोशिशें नाकाम रहीं। पाकिस्तान ने सिविलियंस को निशाना बनाया एयरमार्शल भारती ने बताया कि 7 मई की शाम UAV और ड्रोन से पाकिस्तान ने हमला किया। ये किसी लहरों की तरह थे। इनमें से 3 लैंड कर पाए, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हमने उनके आंतकवादियों को निशाना बनाया। उन्होंने मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिविलियंस को निशाना बनाया।
 
पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को नहीं किया टारगेट 
एयरमार्शल भारती ने बताया, मुरीदके के टेररिस्ट कैंप के बाद बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन 2 टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया।


सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ था ऑपरेशन 
प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, ऑपरेशन सिंदूर साफ तौर पर आतंकवाद के साजिशककर्ताओं और उनके ठिकानों को तबाह करने के लिए किया गया था। हमने सीमा पार टेरर कैंप और इमारतों को पहचाना। यह बहुत बड़ी समस्या में थे। इनमें से कई को पहले ही खाली कर दिया था, क्योंकि उन्हें हमारे एक्शन का डर था। हमने इस ऑपरेशन में सिर्फ आतंकवादियों को टारगेट किया। हमने 9 ठिकानों को एजेंसियों के जरिए पहचाना। कुछ पीओके में थे और कुछ पाकिस्तान में थे। मुरीदके लश्कर का हेडक्वार्टर था। अजमल कसाब, डेविड हेडली ने यहीं ट्रेनिंग ली थी।
 
डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑफरेशन एयरमार्शल भारती ने बताया कि हमने एयर टू सरफेस तरीके से इन्हें टारगेट किया ताकि कोलैटरल डैमेज को कम किया जा सके। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप में हवा से सतह पर मार करने वाली 4 टारगेटेड मिसाइल से हमला किया और उसे न्यूट्रलाइज्ड किया।

हमारे पास कोई रास्ता नहीं था 
डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑफरेशन एयरमार्शल भारती ने कहा, 'पहलगाम हमले के बाद हमारे पास कोई और रास्ता नहीं था। हमने ध्यान से टारगेट का चयन किया। 9 में से 6 टारगेट एयरकैंप को दिए गए। इनमें बहावलपुर और मुरीदके के टेररिस्ट कैंप भी शामिल थे।'
 
9 ठिकाने और 100 आतंकियों को किया ढेर
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मारे लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, 'हमने इन ठिकानों की सटीक पहचान की और इनके सबूत वापस लाने की प्रॉसेस भी सुनिश्चित की। सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मारे। हमने कंधार हाईजैक और पुलवामा अठैक में शामिल तीन बड़े आतंकी चेहरे मार गिराए। 

- ऑपरेशन सिंदूर  और पाकिस्तान के साथ तनाव को लेकर एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है। शिवतांडव की धुन से हुई कॉन्फ्रेंस की शुरुआत Edited by: Sudhir Sharma

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