aniruddhacharya controversial statement : इन दिनों कथावाचक अनिरुद्धाचार्य का नाम विवादों की वजह से खासी चर्चा में है। घुंघराले बालों वाले ये बड़बोले बाबा देश-विदेश में लाखों श्रद्धालुओं के बीच लोकप्रिय हैं। हालांकि, अपनी बढ़ती लोकप्रियता के साथ-साथ, वे हाल के दिनों में कुछ विवादों और चर्चाओं का भी केंद्र रहे हैं, खासकर सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफॉर्म पर। आइए उनके जीवन परिचय, आध्यात्मिक यात्रा, परिवार, लोकप्रियता, विवादित बयानों को विस्तार से जानते हैं।
कितने पढ़े-लिखे हैं महाराज? अमेरिका से मिली है डॉक्टरेट की उपाधि
अनिरुद्धाचार्य ने औपचारिक स्कूली शिक्षा 5वीं कक्षा तक प्राप्त की है। लेकिन, उन्होंने वृंदावन में संत श्री गिरिराज शास्त्री जी महाराज से दीक्षा ली और अयोध्या से श्री राम कथा का अध्ययन अंजनी गुफा वाले महाराज से प्राप्त किया। उन्होंने वेद, पुराण और अन्य हिंदू धर्म ग्रंथों का अध्ययन किया। उन्हें दो बार डॉक्टरेट (पीएचडी) की उपाधि मिल चुकी है। 2024 में उन्हें एक अमेरिकन यूनिवर्सिटी द्वारा 'ह्यूमैनिटी एंड स्पिरिचुअल एजुकेशन' (Humanity and Spiritual Education) के लिए डॉक्टरेट की उपाधि दी गई है।
अनिरुद्धाचार्य के विवादित बयान
अक्सर अनिरुद्धाचार्य अपनी फिसलती जबान की वजह से वे विवादों में घिरते देखे गए हैं। हाल का विवाद उनके लड़कियों की शादी की उम्र और उनके 'मुंह मारने' वाले बयान को लेकर था, जिस पर देशभर में कड़ी आलोचना हूँ रही है। उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि "आजकल लड़कियां 25 साल की उम्र में शादी करती हैं, और तब तक वे 'चार जगह मुंह मार चुकी होती हैं'," और सुझाव दिया था कि लड़कियों की शादी 14 साल की उम्र में ही कर देनी चाहिए। बाद में, उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनका अर्थ महिलाओं का अपमान करना नहीं था।