जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि इस दौरान सुबह 4.15 से दोपहर 12 बजे तक 10 अखाड़ों से जुड़े हजारों ऋषि, महंत और साधु कुशवर्त तीर्थ में पवित्र स्नान करेंगे। सुबह में ऋषियों और महंतों की शाही यात्रा निकलेगी। बाद में हजारों श्रद्धालुओं को देर रात तक पवित्र स्नान करने की इजाजत होगी।