Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र सहित अन्य नीति शास्त्रों के अनुसार 7 तरह के लोग अपने जीवन काल में ही नर्क भोगते हैं। इसके साथ मरने के बाद भी उन्हें नर्क में ही जाना पड़ता है, जहां उन्हें कई तरह की यातनाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों की पहचान करके उसे बचकर रहें या उनसे दूर ही रहेंगे तो अच्छा है अन्यथा ऐसे लोग आपका नुकसान कर सकते हैं या आप भी जाने अनजाने उनके पापों के भागीदार बन जाएंगे।ALSO READ: चाणक्य नीति के अनुसार इन 7 लोगों में से किसी एक को भी सोते हुए नहीं जगाएं अन्यथा मुसीबत में पड़ जाएंगे
1. झूठ का समर्थन करना : आचार्य चाणक्य के अनुसार झूठ बोलने वाला और झूठ का समर्थन करने वाला दोनों ही पछताते हैं। कई लोग झूठी गवाही देकर भी सत्य को दबाने का कार्य करके अपराध करते हैं। अपराधी को बचाने के लिए झूठी गवाही देते हैं। ऐसे लोग अपने जीवन में नर्क भोगते हैं। उनका जीवन नर्क के समान रहता है और मरने के बाद वे सीधे नर्क जाते हैं। अपराधी को बचाना भी अपराध है। झूठ का समर्थन करने वाले हमेशा किसी न किसी संकट में घिरे रहते हैं। इसलिए सत्य पर टिका रहना चाहिए। सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए।
3. दुराचारी : जो दुराचारी हैं वे कभी भी सुखी नहीं रह सकते है। भले ही वे कितना ही धन कमा लें या महल खड़े कर लें। एक दिन सभी कुछ नष्ट हो जाता है और तब वे नर्क जैसा जीवन यापन करते हैं। दुष्ट और नीच प्रवृत्ति वाले लोग बालिका के प्रति बुरे विचार रखने वाले लोग नर्क भोगने के अधिकारी होते हैं।
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4. लालची और अहंकारी : आचार्य चाणक्य कहते हैं कि धन और वासना के लालच और घमंड में डूबा व्यक्ति नरक का भागी बनता है। धन का लालच एक दिन उसे गर्त में डूबो देता है और किसी भी प्रकार की वासना नर्क में जाने का रास्ता है। अहंकारी तो वैसे ही नर्क में रह रहा है।