पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह वीडियो शनिवार को हीरानगर पुलिस थाने में बनाया गया था और बाद में इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया गया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने कहा कि आरोपियों रवि प्रजापत और युवराज को अनुसूचित जाति समुदाय के एक व्यक्ति पर अत्याचार के मामले में पुलिस थाने बुलाया गया था।
उन्होंने बताया कि दोनों से बेसबॉल के खेल में इस्तेमाल होने वाले उस बल्ले को जमा करने को कहा गया था, जिसका इस्तेमाल उन्होंने शिकायतकर्ता की कथित तौर पर पिटाई करने के लिए किया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों शनिवार को पुलिस थाने पहुंचे और जब पुलिसकर्मी व्यस्त थे तो उन्होंने बल्ला पकड़े हुए एक वीडियो बनाया और इसे अपने दोस्तों को भेज दिया।