Terrorists killed in drone attacks : पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुरक्षाबलों द्वारा आतंकवादियों के एक ठिकाने पर किए गए ड्रोन हमलों में 12 आतंकवादी और 9 नागरिक मारे गए। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि अभियान के दौरान आम नागरिकों की मौत होना अत्यंत निंदनीय और दुखद है। सरकार ने कहा कि वह घायलों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान कर रही है और पीड़ितों के परिवारों को राहत एवं मुआवजा उपलब्ध करा रही है। हमले के स्थान पर आम लोगों की उपस्थिति की जांच कराई जा रही है।
प्रांतीय सरकार ने बताया कि आतंकवाद के खिलाफ अभियान के तहत मरदान जिले में कटलांग के सुदूर पहाड़ी क्षेत्र में शनिवार सुबह आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया। बचाव 1122 के प्रवक्ता मुहम्मद अब्बास ने बताया कि बचाव सेवा ने जिला उपायुक्त के निर्देश पर मरदान-स्वात मोटरवे के विरोध स्थल से सात पुरुषों और दो महिलाओं के शवों को मरदान मेडिकल कॉम्प्लेक्स पहुंचाया।
प्रवक्ता ने बताया कि ए शव बुरी तरह क्षत-विक्षत थे और उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि मारे गए ए लोग स्वात जिले के गड़रिए थे। प्रवक्ता के अनुसार विरोध स्वरूप स्थानीय लोगों ने शवों को रास्ते पर रख दिया और सड़क जाम कर दी। प्रशासन के समझाने-बुझाने के बाद प्रदर्शनकारी वहां से चले गए।
प्रवक्ता के मुताबिक बातचीत के बाद प्रदर्शनकारियों ने शव डीएनए परीक्षण के लिए बचाव सेवा 1122 को सौंपे। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान 12 आतंकवादी मारे गए। अधिकारी के मुताबिक इस सैन्य कार्रवाई में जिन आतंकवादियों की मौत हुई है उनमें एक मोहसिन बकीर नामक आतंकवादी है जिस पर 70 लाख रुपए (पाकिस्तानी मुद्रा) का इनाम घोषित था। उन्हीं में अब्बास नामक एक अन्य आतंकवादी भी था जिस पर 50 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
शनिवार को कहा गया कि यह अभियान आतंकवादियों के ठिकाने संबंधी विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिलने के बाद चलाया गया। इसमें कहा गया कि क्षेत्र में जारी आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े कई आतंकवादी इस अभियान के दौरान मारे गए। दुर्भाग्यवश, बाद की रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई कि जिस इलाके को निशाना बनाया गया था, उसके आसपास महिलाओं और बच्चों समेत आम नागरिक मौजूद थे जिसके परिणामस्वरूप आम नागरिक हताहत हुए।