मामले की जांच में यह पता चला कि दोषियों ने आतंकवादियों को धन मुहैया कराया था, हथियार की आपूर्ति की थी या फिर हमले में सीधे तौर पर शामिल लोगों की सहायता की थी। घटना 1 जुलाई, 2016 को ढाका के गुलशन इलाके में हुई थी।
हमले में मारे गए 17 विदेशी नागरिकों में नौ इतालवी, सात जापानी, एक भारतीय लड़की शामिल थे। बंधक बनाए जाने के दौरान दो बांग्लादेशी पुलिस अधिकारी भी मारे गए थे।