न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 66 साल की यह महिला डॉक्टर के पास जुकाम की शिकायत लेकर गईं थी। उनको पिछले दो हफ्ते से खांसी के साथ-साथ पेट में दाईं तरफ दर्द भी रहता था। डॉक्टर ने उन्हें पांच दिन की दवाई दी जिस से उनको कोई आराम नहीं मिला।
आराम ना मिलने के बाद वह छठे दिन फिर से डॉक्टर के पास पहुंचीं तो उनके पेट से लेकर पीठ तक गहरे लाल रंग का निशान पड़ा हुआ था। उनकी हालत पहले से और खराब हो गई थी। निशान को देखकर यह साफ हो गया था कि उन्हें कोई और भी परेशानी है। इसके बाद जांच कराई तो उसमें सामने आया कि उनकी नौवीं पसली टूटी हुई है और बाकियों को भी कुछ नुकसान पहुंचा है।
विदित हो कि काली या कुकर खांसी में अक्सर इतनी तेज खांसी आती है कि मरीज को पसलियों को भी नुकसान पहुंच सकता है। फिलहाल महिला का इलाज चल रहा है, उनको पूरा होने में अभी थोड़ा वक्त लगेगा। महिला के बारे में जानकारी उजागर नहीं की गई है।