कंप्यूटर मॉडलों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन को लेकर लगाए गए अनुमान के मुताबिक मानव जनित ग्लोबल वार्मिंग के अलावा, उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से दीर्घकालिक वार्मिंग अवधि के कारण इस सदी के मध्य तक गर्मी के दिनों में आर्कटिक से बर्फ लगभग खत्म हो सकता है।
'जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स' नामक पत्रिका में प्रकाशित शोध के अनुसार, उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्रों में लंबे समय तक के तापमान-चक्र का करीबी अध्ययन से इस बात के संकेत मिलते हैं कि सितम्बर महीने में आर्कटिक महासागर से बर्फ लगभग खत्म हो सकती है। इस महीने में वहां सबसे कम बर्फ होती है।