परिवार की इसमें मदद करने वाले सेरोगेसी विशेषज्ञ लियू बाओजुन ने बताया कि हमने पहले सोचा था कि निषेचित भ्रूण को हवाई मार्ग से ले जाया जाए लेकिन कोई भी एयरलाइन इसे ले जाने की इच्छुक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इसके बाद परिवार ने निषेचित भ्रूण को सड़क के रास्ते से लाओस ले जाने का फैसला किया जहां सेरोगेसी वैध है। (भाषा)