Sheikh Hasina News : मोहम्मद यूनुस नीत बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारतीय वीजा की अवधि में बढ़ोतरी का ढाका द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री के प्रत्यर्पण के लिए भारत से किए गए अनुरोध से कोई लेना-देना नहीं है। बांग्लादेश में छात्रों के नेतृत्व में हुए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार के पतन के कारण हसीना भारत आ गई थीं। हसीना (77) पिछले वर्ष 5 अगस्त से भारत में रह रही हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने मंगलवार को कहा था कि उसने हसीना और 96 अन्य लोगों के पासपोर्ट रद्द कर दिए हैं।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा, हमने भारत से शेख हसीना को बांग्लादेशी नागरिक के रूप में वापस भेजने का अनुरोध किया है। भारत में उनकी स्थिति का इस अनुरोध से कोई संबंध नहीं है। यह हमारे विचार का विषय नहीं है। हसीना (77) पिछले वर्ष पांच अगस्त से भारत में रह रही हैं।
प्रवक्ता रफीकुल आलम ने बृहस्पतिवार को बताया कि ढाका के पास अतिरिक्त जानकारी नहीं है, इसलिए हम अटकलें नहीं लगाएंगे। आलम ने बताया कि उनसे मीडिया में आई खबरों पर टिप्पणी मांगी गई थी कि नई दिल्ली ने हाल ही में हसीना के वीजा की अवधि को बढ़ा दिया है जबकि बांग्लादेश ने उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर दिया है।
उन्होंने बताया कि जब किसी बांग्लादेशी नागरिक का पासपोर्ट रद्द किया जाता है, तो संबंधित देश को बांग्लादेश के मिशनों के माध्यम से सूचित किया जाता है और ऐसे मामलों में वीजा की आवश्यकता नहीं रह जाती। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour