राहुल गांधी ने कहा कि स्पष्ट है, प्रधानमंत्री ने यह नहीं कहा है कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। सभी जानते हैं कि वह बोल नहीं पा रहे हैं। यही हकीकत है। अगर पीएम मोदी बोलेंगे, तो वे (डोनाल्ड ट्रंप) खुलकर बातें कहेंगे और पूरा सच सामने रखेंगे, इसीलिए वे (पीएम मोदी) बोल नहीं पा रहे हैं।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्रंप की हालिया टिप्पणी का एक वीडियो टैग करते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, 'कल लोकसभा में प्रधानमंत्री ने हस्तक्षेप करते हुए मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाया। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने एक फिर अपना दावा दोहराया।'
रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने अच्छे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिका, सऊदी अरब, कतर और ब्रिटेन में 30 बार किए गए दावों का स्पष्ट रूप से खंडन करने से क्यों इनकार कर रहे हैं? जवाब साफ है। नरेन्द्र मोदी बहुत कमजोर स्थिति में हैं और उन्हें बहुत कुछ छुपाना है।
कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि ट्रंप, मोदी के इर्द-गिर्द सांप की तरह लिपटे हुए हैं। कल राहुल गांधी ने उन्हें इस झंझट से बाहर निकलने का एक बेहतरीन मौका दिया। बस इतना कहिए कि ट्रंप युद्धविराम के बारे में झूठ बोल रहे है। सीधी बात है, है ना? लेकिन नहीं।
उन्होंने कहा कि मोदी को राहुल जी की सलाह मानने से एलर्जी है। और लीजिए, आज सांप वापस आ गया है, पहले से कहीं ज़्यादा कसकर कुंडली मारे हुए। मोदी के कान में कड़वी सच्चाई फुफकार रहा है।
गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत के साथ व्यापार समझौते को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है। उन्होंने एक बार फिर इस बात पर जोर दिया कि भारत किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक शुल्क लगाता है। उन्होंने भारत पर 20-25 प्रतिशत के बीच उच्च अमेरिकी शुल्क लगाने के भी संकेत दिए।