ब्रिटेन के ईयू से अलग होने के 5 कारण...

शुक्रवार, 24 जून 2016 (13:03 IST)
- तेजिंदर शर्मा
ब्रिटेन के यूरोपी संघ से अलग होने के फैसले पर ब्रिटेनवासियों ने अपनी मोहर तो लगा दी है, लेकिन ब्रिटेन को पूरी तरह अलग होने में दो साल का समय लगेगा। मगर वे ऐसे कौनसे कारण थे, जिनके चलते ब्रिटेनवासियों को यूरोपीय संघ से अलग होने का फैसला लेना पड़ा। ब्रिटेनवासियों का यह भी मानना था कि ये उनके लिए अस्तित्व की लड़ाई है। आइए जानते हैं वे पांच कारण जिनके चलते ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग हुआ...
1. ब्रिटेन, यूरोपीय संघ को प्रति सप्ताह 35 करोड़ पाउंड देता है जो कि प्रत्येक हफ्ते एक आधुनिक अस्पताल बनाने के लिए पर्याप्त है। 
 
2. यदि हम संघ में रहे तो हमें संघ के कानूनों और कोर्ट्‍स के आधार पर चलना होगा। यूरोपीय संघ के कानून हमारे कारोबार के नियम तय करेंगे। सीमाएं और अन्य फैसले भी इसी तरह से तय होंगे।
 
3. अगर हम संघ में बने रहे तो हमें संघ के अनियंत्रित प्रवासी व्यवस्था का हिस्सा बनना होगा। संघ के कोर्ट्‍स हमसे प्रवासियों को रखने का आदेश देंगे।
 
4. अगर हम अलग होते हैं तो ब्रिटेन भारत, चीन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से मुक्त व्यापार कर सकेगा। यूरोपीय संघ के साथ हमारे मित्रवत संबंध बिना इसका हिस्सा बने भी हो सकते हैं।  
 
5. अगर हम यूरोपीय संघ में बने रहे तो संघ अन्य यूरोपीय देशों को भी सब्सिडी देता रहेगा और हमारा नियंत्रण प्रतिवर्ष कम होता जाएगा।

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