'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' समाचारपत्र की खबर के अनुसार यह घटना बट्टाग्राम की अल्लाई तहसील में सुबह करीब 8 बजे उस समय हुई, जब बच्चे स्कूल जा रहे थे। अल्लाई तहसील अध्यक्ष मुफ्ती गुलामुल्लाह के अनुसार चेयरलिफ्ट नदी पार करने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा निजी तौर पर संचालित थी, क्योंकि क्षेत्र में कोई सड़क या पुल नहीं था।
'जियो न्यूज' ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के एक बयान का हवाला देते हुए बताया कि बट्टाग्राम में केबल टूटने के कारण एक चेयरलिफ्ट बीच रास्ते में लगभग 900 फुट की ऊंचाई पर फंस गई। 6 बच्चों सहित 8 लोग फंसे हुए हैं। बचाव अभियान के लिए पाकिस्तानी सेना के त्वरित प्रतिक्रिया बल को बुलाया गया है।
उन्होंने ट्वीट किया कि बट्टग्राम, खैबर पख्तूनख्वा में चेयरलिफ्ट दुर्घटना वास्तव में चिंताजनक है। 'डॉन' समाचार पत्र की खबर के अनुसार एक स्थानीय स्कूल शिक्षक जफर इकबाल ने बताया कि इलाके में सड़क सुविधा की कमी के कारण हर दिन कम से कम 150 छात्र केबल कार से स्कूल तक खतरनाक सफर करते हैं।(भाषा)