चीनी विद्यालय के बच्चों द्वारा वर्णित गांधीवादी सूत्र वाक्यों में, ‘कमजोर कभी भी क्षमा नहीं करते', 'क्षमाशीलता मजबूत व्यक्तियों की विशेषता है’, ‘शक्ति आपके शारीरिक बल से नहीं, बल्कि अदम्य इच्छा से आती है’, किसी राष्ट्र की महानता एवं उसकी नैतिक प्रगति का मूल्यांकन उसके यहां जानवरों पर किए गए सलूक से किया जा सकता है’, शामिल हैं।
युआन ने यहां गांधी के अलावा रबींद्रनाथ टैगोर की आवक्ष प्रतिमा भी बनाई थी जिसे पार्क से जुड़े संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है। यहां आज के इस कार्यक्रम में कई भारतीय राजनयिक, चीन में गांधी के प्रसंशक और वहां रह रहे भारतीय शामिल हुए।
यहां भारतीय दूतावास संबंधी मामलों के प्रभारी बी विल्सन बाबू ने यहां अपने संबोधन में कहा कि गांधी की अहिंसा के लिए वकालत ने उपनिवेशवाद को खत्म किया। आजादी के लिए संघर्ष को प्रभावित किया और उनकी लड़ाई के तरीके ने मार्टिन लूथर किंग तथा नेल्सन मंडेला जैसे दुनिया के अनेक नेताओं को प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने 2 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया है।