सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर के मुताबिक, इस अनुसंधान के तहत आलू और अरबीडोफिसिस के बीजों और संभवत: रेशम के कीटों के अंडाणुओं को भेजा जाएगा। यह चंद्रमा पर पहला जैविक अनुसंधान होगा। ‘लूनार मिनी बॉयोस्फेयर’ की योजना 28 चीनी विश्वविद्यालयों ने तैयार की है।
इसकी अगुवाई दक्षिण पश्चिमी चीन का चांगकिंग विश्वविद्यालय कर रहा है। जिस बेलनाकार टीन में यह सामग्री भेजी जाएगी, वह 18 सेंटीमीटर लंबा है और उसका ब्यास 16 सेंटीमीटर है। यह टीन विशेष एल्यूमिनियम एलॉय से बना है। (भाषा)