गौरतलब है कि ताइवान के प्रति चीन की शत्रुता 2016 में साई इंग-वेन के ताइवान की राष्ट्रपति बनने के बाद बढ़ी है। साई आजादी समर्थक डेमाक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की नेता हैं। राष्ट्रपति का मानना है कि ताइवान में शांति और स्थिरता की रक्षा दोनों तरफ की संयुक्त जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को लेकर हमारी प्रतिबद्धता स्पष्ट और तर्कसंगत है। (वार्ता)