इस्तीफा तो छोड़िए जिम्मेदारी तक नहीं ली, प्रियंका गांधी ने पहलगाम हमले पर सरकार को घेरा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मंगलवार, 29 जुलाई 2025 (14:54 IST)
Priyanka Gandhi LokSabha speech: रायबरेली से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा कि पहलगाम हमला कैसे और क्यों हुआ? उन्होंने कहा कि कि वहां (बैसरन घाटी, पहलगाम में) एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं था? क्या नागरिकों की सुरक्षा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी नहीं है? ALSO READ: PoK लेने वाले थे, सीजफायर क्यों किया, अखिलेश यादव ने पूछे सरकार से कई सवाल
 
उन्होंने कहा कि टीआरएफ ने कई आतंकी हमले किए, लेकिन 2023 में उसे आतंकी संगठन घोषित किया गया। एक संगठन इतना बड़ा हमला करता है और सरकार को पता नहीं चला? हमारी एजेंसियां हैं, इनकी जिम्मेदारी कौन लेगा, क्या किसी ने इस्तीफा दिया? खुफिया विभाग गृह मंत्रालय के तहत आता है, क्या गृह मंत्री ने इसकी जिम्मेदारी ली। इतिहास की बात आप करते हैं, मैं वर्तमान की बात करूंगी। 11 साल से तो आपकी सरकार है, आपकी कोई जिम्मेदारी है कि नहीं।

कांग्रेस महासचिव ने मुंबई हमले का जिक्र करते हुए कहा कि उस हमले के वक्त गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया। जिम्मेदारी तय हुई। लेकिन, पुलवामा हुआ, मणिपुर जल गया, पहलगाम हुआ लेकिन किसने जिम्मेदारी ली।

प्रियंका गांधी ने कहा कि कल रक्षा मंत्री एक घंटे तक बोले, इस दौरान उन्होंने आतंकवाद, देश की रक्षा और इतिहास का पाठ भी पढ़ाया। लेकिन एक बात छूट गई- 22 अप्रैल 2025 को जब 26 देशवासियों को खुलेआम मारा गया, तो ये हमला कैसे और क्यों हुआ? उन्होंने सवाल किया कि सीजफायर का एलान अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने क्यों किया?
 
रायबरेली से कांग्रेस सांसद ने गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां मेरी मां के आंसुओं की बात हुई। मेरी मां के आंसू तब गिरे जब उनके पति को शहीद किया गया। मैं पहलगाम हमले में मारे गए 26 लोगों का दर्द समझती हूं। गृहमंत्री इतिहास में गए लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि जंग क्यों रूकी? 
कांग्रेस नेता ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद अभी अधूरा है। प्रतिशोध के साथ प्राणों की रक्षा का प्रण भी चाहिए। उन्होंने सरकार पर सवालों से बचने का भी आरोप लगाया।  ALSO READ: कैसे हुई पहलगाम के गुनहगारों की पहचान, अमित शाह ने लोकसभा में बताया
 
उन्होंने कहा कि मैं उन सभी जवानों को नमन करना चाहती हूं, जो हमारे देश के रेगिस्तानों में, घने जंगलों में, बर्फीली पहाड़ियों में हमारे देश की रक्षा करते हैं। जो हर पल देश के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार रहते हैं। 1948 से लेकर अब तक- जब पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर पर हमला किया गया- हमारे देश की अखंडता की रक्षा करने में हमारे जवानों का बड़ा योगदान है। 
edited by : Nrapendra Gupta 

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