खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने इसका खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति की पहचान की है जिनका रूस की सरकार के साथ संबंध था। उसने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और उसके प्रचार कमेटी के चेयरमैन समेत अन्य के हजारों ईमेल को हैक किया गया था है, जिसे विकीलिक्स से साझा किया था।
वहीं ट्रंप भी खुफिया विभाग के उन आरोपों का लगातार खंडन किया है कि रूस ने अमेरिका के गुप्त डाटा को हैक किया है। उन्होंने इस सप्ताह एक पत्रिका से कहा कि मैं इस पर विश्वास नहीं करता हूं कि रूस ने अमेरिकी चुनाव में कोई दखल दी है। हैक रूस भी कर सकता है और चीन भी कर सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि कोई अपने देश में ही इस काम को कर रहा हो। (वार्ता)