Jagannathpuri News: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने मंगलवार को कहा कि पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) के रत्न भंडार में कोई छिपा हुआ कक्ष नहीं है। एएसआई ने हाल में रत्न भंडार की मरम्मत का काम पूरा किया है। 'एक्स' पर एक पोस्ट में, इन कार्यों का विवरण देते हुए, उसने कहा कि (रत्न भंडार में) (in the Ratna Bhandaar) कोई छिपा हुआ स्थान नहीं है। एएसआई ने कहा कि 'ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर)' सर्वेक्षण के आधार पर इसकी पुष्टि की गई।
रत्न भंडार में संरक्षण कार्य 2 चरणों में किया गया। पहला चरण 17 दिसंबर, 2024 से 28 अप्रैल, 2025 तक चला तथा दूसरा 28 जून से 7 जुलाई तक चला। रत्न भंडार का आंतरिक कक्ष 46 वर्षों के बाद पिछले वर्ष 14 जुलाई को मरम्मत कार्य और वस्तुओं की सूची तैयार करने के लिए खोला गया था।(भाषा)