महारानी का गत गुरुवार को 96 साल की उम्र में बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया था। वे 70 साल से ब्रिटेन में शासन कर रही थीं। महारानी का ताबूत जब लंदन के लिए एडिनबरा हवाई अड्डे से भेजा गया तब वहां पर राष्ट्रगान की धुन बजाई गई। महारानी के ताबूत के साथ उनकी बेटी प्रिसेंस एनी भी थीं, जो रॉयल एयरफोर्स (आरएएफ)के विमान से एडिनबरा से लंदन साथ आई हैं।
महारानी के ताबूत को जिस विमान से लाया गया है, उसका इस्तेमाल पूर्व में मानवीय सहायता में किया जाता रहा है। आरएएफ के पश्चिमी लंदन स्थित नार्थहॉल्ट हवाई ठिकाने पर विमान के उतरते ही महारानी के ताबूत को सड़क मार्ग से मध्य लंदन स्थित बकिंघम पैलेस के लिए ले जाया गया।
महाराजा चार्ल्स तृतीय, जो मंगलवार को उत्तरी आयरलैंड की यात्रा पर थे, ताबूत की आगवानी करने के लिए पहले ही अपनी पत्नी कैमिला के साथ शाही आवास पर पहुंच चुके थे। ताबूत लंदन पहुंचने और बकिंघम पैलेस भेजे जाने से पहले आरएएफ की तरफ से सलामी गारद दी गई।(भाषा)