बर्लिन। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने शुक्रवार को कहा कि चंद्रमा पर कांक्रीट बनने में मानव मूत्र एक दिन उपयोगी अवयव साबित हो सकता है। चांद पर उपलब्ध कांक्रीट का इस्तेमाल करने से धरती से आपूर्ति भेजने की आवश्यकता कम होगी।
एजेंसी ने कहा कि अनुसंधानकर्ताओं ने हाल में एक अध्ययन में पाया कि मूत्र में पाए जाने वाले प्रमुख अवयव यूरिया से चंद्र कांक्रीट का मिश्रण बनाया जा सकता है। इसके बाद इसे अंतिम रूप से मजबूत कांक्रीट में तब्दील किया जा सकता है।
इसने उल्लेख किया कि इसके लिए चांद पर उपलब्ध कांक्रीट का इस्तेमाल करने से धरती से आपूर्ति भेजने की आवश्यकता कम होगी। धरती पर यूरिया को औद्योगिक उर्वरक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
अध्ययन के सह-लेखक मार्लीस एर्नहोफ ने एक बयान में कहा, उम्मीद है कि अंतरिक्ष यात्रियों के मूत्र को भविष्य में चांद पर बहुत थोड़ा बदलाव के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है।(भाषा)