बहरहाल, ट्रंप ने स्वीकार किया कि सेशंस को अपना मत और सटीकता के साथ रखना चाहिए था लेकिन यह साफ है कि ऐसा जान-बूझकर नहीं किया गया। सेशंस अटॉर्नी जनरल के पद पर उनके नाम की पुष्टि की सुनवाई के दौरान अमेरिका में रूस के राजदूत के साथ हाल ही में किए संपर्क का खुलासा करने में विफल रहे थे। (भाषा)