पनामा सिटी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों से नाखुश अमेरिका के पनामा में राजदूत जॉन फीले ने इस्तीफा दे दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जॉन फीले ने 'सम्मान की रक्षा' करने के लिए इस्तीफा दिया है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय को दिसंबर के अंत में उनके इस्तीफे की जानकारी प्राप्त हुई थी। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इसे ट्रंप द्वारा कथित रूप से अफ्रीकी देशों और हैती को अपशब्द कहने से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
फीले ने त्याग पत्र में कहा, एक कनिष्ठ विदेश सेवा अधिकारी के रूप में मैंने राष्ट्रपति और उसके प्रशासन के प्रति पूरी तरह से वफादार रहने की शपथ पर ली थी। भले ही मैं उनकी कुछ नीतियों से सहमति न रखता हूं। मेरे निर्देशक ने मुझे साफ कर दिया था कि अगर मैं ट्रंप और उनके प्रशासन के लिए काम नहीं कर सकता तो सम्मान की रक्षा के लिए इस्तीफा दे सकता हूं। अब वह समय आ गया है।
अमेरिका के उप विदेश मंत्री स्टीव गोल्डस्टेन ने कहा कि उनको फिले के इस्तीफे की जानकारी है। उन्होंने ट्रंप की कथित रूप से विवादित टिप्पणी से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि लैटिन अमेरिकी मुद्दों पर काम करने वाले राजदूत ने 'व्यक्तिगत कारणों' से इस्तीफा दिया है। इससे पहले भी राजदूत इस्तीफा देते रहे हैं। फीले नौ मार्च को अपना पद छोड़ देंगे।
इससे पहले दिसंबर में अमेरिका के सोमालिया मिशन के लिए काम करने वाली एलिजाबेथ शकेलफोर्ड ने इस्तीफा दिया था और अपने त्याग पत्र में कहा था कि अमेरिका ने मानवाधिकारों को प्राथमिकता देना बंद कर दिया है। (वार्ता)