ट्रंप को कोर्ट पहुंचते ही हिरासत में लिया गया, पोर्न स्टार से जुड़े मामले में थोड़ी देर में सुनवाई

मंगलवार, 4 अप्रैल 2023 (23:03 IST)
न्यूयॉर्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले वयस्क फिल्मों की एक अभिनेत्री को मुंह बंद रखने के लिए धन देने के आरोपों से जुड़े आपराधिक मामले में मंगलवार को मैनहट्टन में पेश हो रहे हैं। आज होने वाली उनकी पेशी के मद्देनजर अदालत कक्ष में और बाहर सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। न्‍यूयॉर्क में करीब 35,000 पुलिसकर्मी प्रदर्शन को रोकने के लिए तैनात हैं। स्‍थानीय समयानुसार 2 बजकर 15 मिनट पर ट्रंप के खिलाफ आरोप तय होंगे। कोर्ट में पहुंचते ही ट्रंप को पुलिस ने हिरासत में लिया।
 
अमेरिकी मीडिया ने ट्रंप के वकीलों के हवाले से कहा कि 2024 में दूसरी बार व्हाइट हाउस पहुंचने की इच्छा रखने वाले 76 वर्षीय रिपब्लिकन नेता खुद पर लगे आरोपों को स्वीकार नहीं करेंगे।
 
ट्रंप (76) अपने 'मार-ए-लागो' आवास से सोमवार को बोइंग 757 विमान से न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुए थे और ला गार्डिया हवाई अड्डे पहुंचे। उनका काफिला मैनहट्टन के 'फिफ्थ एवेन्यू' स्थित 'ट्रंप टॉवर' की ओर बढ़ा, जहां वह रात में रुके। टॉवर के आसपास की सड़कों की घेराबंदी कर दी गई है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
 
जब पूर्व राष्ट्रपति अपनी गाड़ी से बाहर आए तो उन्होंने अपने समर्थकों की ओर हाथ हिलाया और सुरक्षाकर्मी उन्हें शीघ्रता से इमारत के अंदर ले गए। अदालत में पेश होने के बाद ट्रंप फौरन फ्लोरिडा रवाना हो जाएंगे जहां वह शाम के समय 'मार-ए-लागो' में बयान देंगे।
 
अदालत में अभियोग की कार्यवाही संक्षप्ति रहने के आसार हैं। सुनवाई के दौरान उन्हें आरोपों को पढ़कर सुनाया जाएगा जिसमें करीब 10-15 मिनट लगेंगे। ट्रंप ने 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले स्टॉर्मी डेनियल्स (44) को धन देने के संबंध में कुछ भी गलत करने से इनकार किया है।
 
मैनहट्टन जिला अटॉर्नी के कार्यालय द्वारा जांच तब शुरू की गई थी जब ट्रंप राष्ट्रपति थे। मामला राष्ट्रपति चुनाव से कुछ दिन पहले, अक्टूबर 2016 के अंत में उनके तत्कालीन निजी वकील माइकल कोहेन द्वारा डेनियल्स को किए गए 1,30,000 अमेरिकी डॉलर के भुगतान से संबंधित है। यह पैसा डेनियल्स को कथित तौर पर इसलिए दिया गया, ताकि वह एक दशक पहले ट्रंप के साथ रहे अपने कथित संबंधों के बारे में कोई खुलासा न करे। ट्रंप इस आरोप से इनकार करते रहे हैं।
 
कानून प्रवर्तक एजेंसियां उनका 'मगशॉट' ले सकती हैं। 'मगशॉट' एक तरह का फोटो होता है और यह तब लिया जाता है जब किसी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जाता है या उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाता है। ट्रंप को हथकड़ी लगाए जाने की उम्मीद नहीं है और वह सुरक्षा के लिए सशस्त्र संघीय एजेंटों से घिरे रहेंगे।
 
ट्रंप के वकीलों ने सोमवार को न्यायाधीश मर्चेन से आग्रह किया कि वह अदालत कक्ष में कैमरे लाने की अनुमति प्रदान नहीं करें। उनके वकील ने न्यायाधीश मर्चेन को लिखे पत्र में कहा कि हम आग्रह करते हैं कि मीडिया के अनुरोध को खारिज किया जाना चाहिए, क्योंकि यह अभियोग लगाने की प्रक्रिया के दौरान सर्कस जैसा माहौल बना देगा और अजीब सुरक्षा चिंताओं को उठाएगा तथा यह ट्रंप के बेगुनाह होने की धारणा के लिए भी मुनासिब नहीं है।
 
न्यायाधीश ने सोमवार रात कहा कि मीडिया संगठनों को ट्रंप को आरोपित करने की प्रक्रिया का प्रसारण करने की अनुमति नहीं होगी लेकिन कुछ छायाकार कार्यवाही के आधिकारिक तौर पर शुरू होने से पहले तस्वीरें ले सकते हैं। रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े ट्रंप ने सोमवार को फ्लोरिडा से रवाना होने से पहले 'ट्रूथ सोशल' मंच पर लिखा कि उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है।
 
अभियोग लगाने की प्रक्रिया ऐसे वक्त हो रही है, जब ट्रंप अन्य संभावित आपराधिक मामलों में कानूनी अड़चनों का सामना कर रहे हैं। ट्रंप 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के सभी घोषित और संभावित उम्मीदवारों में सबसे आगे हैं। लेकिन अमेरिका के कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो आपराधिक मामले में दोषी ठहराए गए उम्मीदवार को प्रचार करने या राष्ट्रपति पद पर आसीन होने से रोके-भले ही संबंधित व्यक्ति जेल से सेवा दे।
 
ट्रंप और उनके सहयोगी अभियोग का उपयोग अपने समर्थकों को उकसाने और 2024 के अपने चुनाव प्रचार को मजबूत करने के लिए कर रहे हैं। ट्रंप के प्रचार के मकसद से किए गए एक एक ई-मेल में कहा गया कि यह विश्वास करना मुश्किल है कि मुझे (ट्रंप को) कल हमारे देश के इतिहास में परेशान करने के सबसे शर्मनाक तरीके की वजह से गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसमें मतदाताओं से उनकी प्रचार मुहिम में योगदान देने को कहा गया है।
 
ट्रंप मुहिम के ई-मेल ने कहा कि 5 नवंबर 2024 अब केवल एक चुनाव दिवस नहीं होगा, बल्कि यह सत्य की जीत का दिन होगा। इसमें कहा गया है कि जब हम जीतेंगे तो यह हमारे आंदोलन की प्रामाणिकता होगी।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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