अमेरिका ने देशों पर टैरिफ लगाकर दुनिया में एक नया ट्रेड वॉर शुरू कर दिया है। ट्रेड वॉर के बीच अमेरिकी अर्थशास्त्री ने भारत को आगाह किया है कि वह अमेरिका के जाल में फंसे और चीन का मोहरा न बने। हालांकि भारत ने आधिकारिक तौर पर कभी ऐसे संकेत नहीं दिया है कि वह अमेरिका के खेमे में है। ऐसे में अर्थशास्त्री सैक्स द्वारा भारत को दी गई चेतावनी चर्चा में है।
ट्रंप के झटके के बाद आई भारत की याद
डोनाल्ड ट्रंप के भारी-भरकम टैरिफ हथौड़े की मार पड़ने के बाद अब चीन को भारत की याद आई है। अमेरिकी टैरिफ ने दुनिया के बाजार में उथल-पुथल मचा दी है। हालांकि चीन ने टैरिफ का विरोध जारी रखा है, लेकिन अंदर ही अंदर वह घबराया हुआ है।
कैसे कर सकता है इस्तेमाल
मशहूर अमेरिकी अर्थशास्त्री प्रोफेसर जेफरी डेविड सैक्स ने अमेरिका की विदेश नीति फूट डालो और राज करो की रही है। ऐसे में भारत अमेरिका के इरादों से सावधान रहे। नई दिल्ली ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो अमेरिका उसे अपने भू-राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकता है। यह सलाह भारत को दी है। उन्होंने कहा कि चीन और भारत के रिश्ते पहले से ही सीमा विवाद के कारण से अच्छे नहीं रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि चीन के खिलाफ भारत अमेरिका का साथ दे सकता है।
चीन ने भारत से लगाई गुहार
एक बयान में भारत में चीनी दूतावास की प्रवक्ता यू जिंग ने कहा कि चीन-भारत आर्थिक और व्यापारिक संबंध पूरकता और पारस्परिक लाभ पर आधारित हैं। टैरिफ के अमेरिकी दुरुपयोग का सामना करते हुए दो सबसे बड़े विकासशील देशों को कठिनाइयों को दूर करने के लिए एक साथ खड़ा होना चाहिए।' उन्होंने अमेरिकी टैरिफ को 'वैश्विक दक्षिण देशों को उनके विकास के अधिकार से दूर करने वाला' बताया। इनपुट एजेंसियां Edited by: Sudhir Sharma