Earthquake in Myanmar: म्यांमार में आए 7.7 रेक्टर पैमाने के भूकंप ने वहां तबाही मचा दी है। सिर्फ म्यांमार ही नहीं, थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी काफी तबाही मची है। बैंकॉक, म्यांमार के उस सगाइंग क्षेत्र से करीब 1300KM दूर है, जहां भूकंप का केंद्र था, इसके बावजूद कई मकान ढह गए हैं। कई लोगों के मारे जाने की खबर भी आई है, हालांकि अभी मृतकों की अधिकृत संख्या सामने नहीं आई है। लेकिन शुरूआती जानकारी के मुताबिक 150 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। हालांकि सगाइंग क्षेत्र से करीब 300KM की दूरी पर स्थित भारत में इसका असर नहीं हुआ है। लेकिन दुनिया के पांच देशों की सीमाओं पर धरती कांप उठी है। म्यांमार में ही 144 लोगों के मारे जाने की खबर है।
कहां था भूकंप का केंद्र : भूकंप का केंद्र (एपिसेंटर) म्यांमार में था, और भारत के इलाके उससे कुछ दूरी पर स्थित थे। भूकंपीय तरंगें दूरी के साथ अपनी ऊर्जा खो देती हैं। पूर्वोत्तर भारत में झटके महसूस हुए, लेकिन केंद्र से दूरी के कारण उनकी तीव्रता कम हो गई। लेकिन इसका सबसे बड़ा असर टेक्टोनिक प्लेटों की वजह से कम हुआ। बता दें कि म्यांमार में एक के बाद एक भूकंप के 6 झटके लगे।
किन देशों में भूकंप से कांपी धरती : बता दें कि शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 और 6.4 तीव्रता के दो भूकंप की वजह से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी तेज झटके लगे। वहीं, भारत के मेघालय और पूर्वोत्तर राज्यों में भी महसूस किए गए। इसके अलावा बांग्लादेश और चीन के यूनान प्रांत में भी भूकंप के झटके लगे। भारत के पूर्वोत्तर इलाकों में भूकंप संभावित क्षेत्र होने के कारण वहां के लोग और प्रशासन पहले से सतर्क रहते हैं। बता दें कि म्यांमार में ऐसी तैयारी कम थी, तो वहां तबाही ज्यादा हुई। जबकि भारत के लोग इसके लिए पहले से अलर्ट रहते हैं।
इतना शक्तिशाली था झटका : बता दें कि ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र की आबादी 1.70 करोड़ से अधिक है, जिनमें से कई लोग ऊंची इमारतों वाले अपार्टमेंट में रहते हैं। दोपहर करीब डेढ़ बजे भूकंप आने पर इमारतों में अलार्म बजने लगे और घनी आबादी वाले मध्य बैंकॉक की ऊंची इमारतों एवं होटल से लोगों को बाहर निकाला गया। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि कुछ ऊंची इमारतों के अंदरूनी हिस्सों में स्वीमिंग पूल में पानी में लहरें उठती दिखीं।
लोगों ने बताया कैसा भयावह था मंजर? चारों तरफ धूल और गुबार था : बैंकाक के मॉल में कैमरा उपकरण खरीदने आए स्कॉटलैंड के पर्यटक फ्रेजर मॉर्टन ने बताया, कि अचानक पूरी इमारत हिलने लगी जिससे वहां चीख-पुकार मच गई। मैंने पहले तो शांति से चलना शुरू किया, लेकिन फिर इमारत में हलचल शुरू हो गई, हां, बहुत चीख-पुकार मच गई, बहुत घबराहट होने लगी, लोग एस्केलेटर से गलत दिशा में भागने लगे, मॉल के अंदर बहुत तेज अवाजें आने लगी और चीजें टूटने लगीं।
बैंकाक की रहने वाली हंगरी निवासी सुजसन्ना वारी-कोवाक्स ने बताया कि मैंने म्यांमा में पहले भी दो बार भूकंप का अनुभव किया है, लेकिन वह केवल एक सेकंड का था, लेकिन यहां यह कम से कम, मैं कहूंगी, एक मिनट तक महसूस किया।
1.7 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं बैंकाक में : एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मैं बाहर आया और फिर इमारत की ओर देखा जो हिल रही थी और फिर धूल व मलबा का गुब्बार उठा, यह बहुत तेजी से हुआ। बैंकाक में दोपहर करीब 1:30 बजे भूकंप आने पर इमारतों में चेतावनी अलार्म बजने लगे और घबराए हुए निवासियों को ऊंची इमारतों और होटलों की सीढ़ियों से नीचे उतारा गया। बैंकाक क्षेत्र में 1.7 करोड़ से अधिक लोग रहते हैं, जिनमें से अधिकांश ऊंची इमारतों में रहते हैं।
90 साल पुराना पुल ढहा : मांडले के दक्षिण-पश्चिम में सागइंग क्षेत्र में 90 वर्ष पुराना एक पुल ढह गया तथा मांडले और म्यांमा के सबसे बड़े शहर यंगून को जोड़ने वाले राजमार्ग के कुछ हिस्से भी क्षतिग्रस्त हो गए। भूकंप की वजह से यंगून के निवासी अपने घरों से बाहर निकल आए। किसी के घायल होने या मौत की तत्काल कोई सूचना नहीं है। म्यांमार की राजधानी नेपीता में भूकंप से धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा, उनके कुछ हिस्से ढह गए तथा कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
Edited By : Navin Rangiyal