अब्दुल फतह अल सीसी ने घटना के बाद टीवी पर दिए संबोधन में इस हमले में मारे गए और जख्मी हुए लोगों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस घटना का बदला लिया जाएगा। राष्ट्रपति ने कहा कि सेना और पुलिस हमारे शहीदों का बदला लेगी। आने वाले वक्त में सुरक्षा और स्थिरता स्थापित करने के लिए पूरा ज़ोर लगाया जाएगा। अल-आरिश के क़रीब अल-रावदा में जिस मस्जिद पर हमला हुआ है, वह सूफ़ी मत मानने वालों के बीच लोकप्रिय थी।
अभी तक इस हमले की ज़िम्मेदारी किसी ने नहीं ली है मगर अधिकांश लोग मानते हैं कि इसके पीछे आईएसआईएस हो सकता है। सूफी, जिसे आईएसआईएस अपने धर्म के खिलाफ मानता है, के मस्जिद पर इन्हीं कारणों से हमला होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि उत्तरी सिनाई में बहुत से लोग आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद भी कर रहे थे जिसे भी हमले की एक प्रमुख वजह माना जा रहा है।