वॉशिंगटन। धार्मिक लोगों के अपने फेसबुक पोस्ट में ‘खुशी’, ‘परिवार’ और ‘प्रेम’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने की अधिक संभावना होती है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। अध्ययन दल में शामिल लोगों ने माय पर्सनैलिटी ऐप से डेटा एकत्र किया जिसने फेसबुक उपयोगकर्ताओं से अपने धार्मिक जुड़ावों के बारे में बताने को कहा था।
यह अध्ययन फेसबुक के 12,815 उपयोगकर्ताओं पर किया गया जिसमें पाया गया सकारात्मक भावना और सामाजिक शब्दों का इस्तेमाल धार्मिक जुड़ाव से जुड़ा हुआ है जबकि ‘गुस्सा’ और ‘सोच रहा हूं’, जैसे भावनात्मक शब्दों का इस्तेमाल उन लोगों के लिए ज्यादा सामान्य है जो धार्मिक नहीं हैं। अमेरिका के पेन्सीलवानिया विश्वविद्यालय के डेविड याडें ने कहा कि गैर धार्मिक लोग शरीर और मौत का अक्सर ही इस्तेमाल करते हैं।
अध्ययन दल में शामिल लोगों ने माय पर्सनैलिटी ऐप से डेटा एकत्र किया जिसने फेसबुक उपयोगकर्ताओं से अपने धार्मिक जुड़ावों के बारे में बताने को कहा था। धार्मिक लोगों ने आशीर्वाद और प्रार्थना जैसे धार्मिक शब्दों का अधिक इस्तेमाल किया। उन्होंने प्रेम और परिवार जैसे सकारात्मक शब्दों के इस्तेमाल के प्रति अधिक रुचि प्रदर्शित की। वहीं, गैर धार्मिक लोगों ने गुस्सा जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। (भाषा)